बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आरोप लगाया कि उन्होंने सत्ता बरकरार रखने की कोशिश के तहत हर संस्था को तबाह कर दिया। यूनुस ने वादा किया कि जैसे ही उनकी सरकार ‘अहम सुधार’ करने की जरूरी प्रक्रिया पूरा कर लेगी, वह स्वतंत्र, निष्पक्ष और भागीदारीपूर्ण चुनाव कराएंगे।
सरकारी नौकरियों में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के खिलाफ छात्रों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद हसीना ने 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और भारत चली गईं। हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद यूनुस ने आठ अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली।
बांग्लादेश की अदालत में रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और 33 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए एक अर्जी दायर की गई, जिसमें उन पर 2013 में ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ की ओर से रैली पर अंधाधुंध गोलीबारी करके सामूहिक हत्या करने का आरोप लगाया गया है।