विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की मंगलवार को जारी एक नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2023 में ग्रीनहाउस गैस का स्तर, सतह का तापमान, समुद्र की गर्मी और अम्लीकरण तथा समुद्र के स्तर में वृद्धि ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।
‘स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट 2023’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में पुष्टि की गई कि 174 साल के अवलोकन रिकॉर्ड में 2023 सबसे गर्म वर्ष रहा, जिसमें सतह के पास का वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक आधार रेखा (1850-1900) से 1.45 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा, ‘‘सभी प्रमुख संकेतकों पर सायरन बज रहे हैं… बदलाव तेज़ हो रहे हैं।’’ डब्लूएमओ की महासचिव सेलेस्टे साउलो ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते की 1.5 डिग्री सेल्सियस निचली सीमा के हम कभी भी इतने करीब नहीं थे…। डब्लूएमओ दुनिया को रेड अलर्ट जारी कर रहा है… जलवायु संकट मानवता के सामने निर्णायक चुनौती है।’’