वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के दौरान हिंदुस्तान जिंक (एचजेडएल) का राजस्व 8,300 करोड़ रुपये रहा। यह सालाना आधार पर करीब 22 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत तक अधिक है जो अनुमान से मामूली ही ज्यादा है।
परिचालन मुनाफा सालाना आधार पर 31 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,100 करोड़ रुपये रहा और यह अनुमान से थोड़ा ठीक रहा। परिचालन मुनाफा मार्जिन 50 प्रतिशत रहा जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 48.5 प्रतिशत से
अधिक है।
दूसरी तिमाही में जिंक की उत्पादन लागत 1,071 डॉलर (89,686 रुपये) प्रति टन रही जो सालाना आधार पर 5 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 3 प्रतिशत कम है। ऊंची बिक्री, कोयला उपलब्धता की बेहतर पहुंच और कोयले की कीमतों में नरमी से लागत घट गई। इससे भविष्य में मार्जिन में सुधार दिख सकता है।
समायोजित शुद्ध मुनाफा 2,400 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर 35 प्रतिशत अधिक और तिमाही आधार पर सपाट है। अगस्त 2024 में एचजेडएल ने 19 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया था। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान राजस्व सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़ा, परिचालन मुनाफा 24 प्रतिशत बढ़ा और समायोजित शुद्ध लाभ में 29 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में खनन की गई धातु की बिक्री 256 किलो टन रही जो सालाना आधार पर 2 प्रतिशत अधिक लेकिन तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत कम है। ऐसा जावर खदान में ऊंचे अयस्क उत्पादन की वजह से हुआ।
रिफाइंड जस्ते की बिक्री 198 किलो टन (सालाना आधार पर 7 प्रतिशत तक अधिक, तिमाही आधार पर 6 प्रतिशत कम) रही। रिफाइंड सीसा की बिक्री 63 किलो टन (सालाना आधार पर 12 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 23 प्रतिशत अधिक) रही। चांदी के लिए यह आंकड़ा 184 किलो टन रहा।