सड़क निर्माण को लेकर बिहार सरकार का इरादा अब बदल चुका है। अब राज्य सरकार इन कार्यों के लिए राज्य की एजेंसियों पर ही भरोसा करने लगी है। केंद्र सरकार की ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत बनी अधिकार प्राप्त समिति ने यह सुझाव दिया है कि राज्य के कई जिलों में सड़क निर्माण का कार्य […]
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का अध्ययन कर रही है और केन्द्र सरकार द्वारा इन सिफारिशों के क्रियान्वयन के बाद राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को बेहतर वेतन देने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। सिंह ने कहा कि ‘पिछले चार वर्षो के दौरान राज्य सरकार […]
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आने वाले सालों में मवेशियों के बीच भैंसों (ब्लैक काऊ) की संख्या सबसे अधिक हो जाए तो आश्चर्य की बात नहीं। नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीटयूट (एनडीआरआई) इन दिनों भैंसों के अंडाणु (ओवुलेशन) को विकसित करने के साथ उनके गर्भधारण की दर को बढ़ाने के लिए शोध कर रहा है। भारत सरकार व विश्व बैंक के […]
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जिसने आज से 60 साल पहले दिल्ली को देखा हो, आज इस शहर को देखकर चकित हो जाएगा। उसके मन में एक ही सवाल बार बार आता है कि क्या यह वही दिल्ली है। आजादी के बाद दिल्ली की रंगत जितनी बदली है शायद ही किसी शहर की बदली हो। दिल्ली के राजनैतिक ढांचे से […]
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आज लोग तेज रफ्तार वाली जिंदगी में किसी भी दर्शन से अछूते होकर अपने आप में ही गुम हो जाते हैं। ऐसे में गढ़वाल के हिमालयी क्षेत्रों के एक गांव बखरोती में अब भी गांधी के दर्शन को व्यवहारिक रुप में लाने की कोशिश जारी है। टिहरी जिले के इस छोटे से गांव के लोगों […]
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कहा जाता है कि अपने देश में दो देश रहते हैं। एक ‘इंडिया’ जिसके हिस्से सभी संसाधन और आर्थिक विकास की मलाई आ रही है जबकि दूसरा ‘भारत’। फटेहाल और परेशान। समेकित विकास के यूपीए सरकार के दावे के हमने गुड़गांव, मुंबई और छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में आम लोगों की जीवनशैली का जायजा लियाजिस […]
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आजादी की पहली जंग 1857 में लखनऊ में ही लड़ी गई। अवध के लोग आजादी की पहली लड़ाई के लिए मरे और खपे। जंग मेरठ से शुरू हई पर अंजाम पर लखनऊ में पहुंची। बेगम हजरत महल, जो वाजिद अली शाह की बेगम थी, ने जंग के आखिरी दिनों में मोर्चा संभाला। युध्द में खेत […]
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आजादी के 61 साल बाद भी कानपुर की जनता अपनी आजीविका के लिए शहर से बाहर जाने को मजबूर है। एक समय था जब कानपुर को ‘पूरब का मैनचेस्टर’ कहा जाता था। बिहार, पश्चिम बंगाल, पूरे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राज्यों से लोग कानपुर में रोजी-रोटी कमाने के लिए आया करते थे। लेकिन अब यहां […]
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बड़े शहरों के शोर-शराबे से दूर एक छोटे से गांव कोटकोड में माहौल एकदम बदला हुआ सा है। कोटकोड, छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके के कांकड जिले में एक स्थित ऐसा गांव है जहां बंदूक से निकली गोली की आवाज जानी-पहचानी हो गई है। नक्सलवादियों ने इस गांव के करीब ही एक बड़ा ट्रेनिंग कैंप लगाया […]
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जिंदादिली, रंगीनियत और पैसेवालों के इस शहर में पैसा बहता है या कहें कि बहाया जाता है। दिनभर एसी ऑफिस में कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करना और शाम को दोस्तों के साथ किसी पब या बार में बैठकर दिन भर की थकान शराब के सुरूर के साथ उतारना यहां आम बात है। मुंबई में […]
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