कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी पार्टी और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के आईफोन को सरकार प्रायोजित हैकर्स द्वारा हैक करने का प्रयास किया गया और यह अदाणी समूह के मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश भर है।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि उद्योगपति गौतम अदाणी देश में नंबर एक हैं और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नंबर आता है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जब भी अदाणी से जुड़ा मामला उठाया जाता है तो एजेंसियों को जासूसी में लगा दिया जाता है।
उन्होंने एक पुरानी कहानी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘पुराने समय में एक राजा था, जिसकी आत्मा एक तोते में बसती थी…उसी तरह नरेन्द्र मोदी जी की आत्मा अदाणी के अंदर बसती है। तोता कहीं बैठा है, राजा कहीं और बैठा हुआ है। हकीकत यह है कि सत्ता अदाणी जी के हाथों में है।’
राहुल गांधी का कहना था, ‘यह बात विपक्ष को पता चल चुकी है। इसलिए अदाणी को हमने ऐसा घेरा है कि वो बचकर नहीं निकल सकते।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे कार्यालय के लोगों और देश में विपक्ष के कई नेताओं को एप्पल का नोटिस आया है जिसमें लिखा है कि सरकार द्वारा आपके फोन को हैक करने की कोशिश की जा रही है। ये मैसेज मेरे ऑफिस के लोगों के साथ ही विपक्ष के कई नेताओं को आया है।’
कांग्रेस नेता के अनुसार, उनके कार्यालय के लोगों के साथ ही पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा के आईफोन के साथ छेड़छाड़ करने के संदेश मिले हैं। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना दावा किया कि फोन हैक करने के प्रयास ‘तोते का काम है।’
राहुल गांधी ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा, ‘जितनी टैपिंग करनी है कर लो, हम डरने वाले नहीं हैं। हम लड़ने वाले लोग हैं, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।’
आईफोन निर्माता एप्पल इंक ने मंगलवार को कहा कि वह विपक्षी दलों के कुछ सांसदों को भेजे गए चेतावनी संदेश को किसी विशिष्ट सरकार-प्रायोजित हमलावरों से नहीं जोड़ती और वह इस बारे में जानकारी नहीं दे सकती है कि ऐसी चेतावनियों का कारण क्या है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘प्रधानमंत्री मोदी देश के लोगों का ध्यान भटकाकर, देश की पूंजी अदाणी को दे रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान हिंदुस्तान के युवाओं का हो रहा है। ये एक तरफ आपसे झूठे भविष्य का वादा करते हैं और फिर दूसरी तरफ आपका धन दूसरे के हाथ में सौंप देते हैं। ये हिंदुस्तान की सच्चाई है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘देश में जिस तरह से एकाधिकार हावी हो रहा है, उसका सभी के ऊपर असर पड़ रहा है, सिर्फ राजनतिक लोगों पर नहीं हो रहा है। कोयले में अदाणी, हवाई अड्डे के क्षेत्र में अदाणी, बंदरगाह में अदाणी। इस कारण आज हिंदुस्तान दो भागों में बंट रहा है। एक एकाधिकार का समर्थक है और दूसरा जनता के नियंत्रण का समर्थक है।’
उनका कहना था, ‘मैं भारत की अवधारणा का बचाव कर रहा हूं। मैं स्वतंत्र प्रेस, स्वतंत्र संस्थानों और निष्पक्ष व्यावसायिक परंपराओं में विश्वास करता हूं। मैं सच्चाई के साथ भारत की अवधारणा की रक्षा कर रहा हूं। मुझे सच बोलने की आदत है, यह मुझे खुशी देती है।’
राहुल गांधी ने एक बार फिर से जाति जनगणना की मांग उठाई। उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान के भविष्य के लिए सबसे जरूरी चीज न्याय है। अगर जनता को न्याय नहीं मिलेगा, तो देश आगे नहीं बढ़ेगा। जाति जनगणना के बिना इस देश के युवाओं को न्याय नहीं मिल सकता।’