कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पटना में कहा कि शरीर के किसी हिस्से में चोट का आकलन करने के लिए जिस तरह एक्स-रे की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह देश भर में जाति जनगणना की आवश्यकता है। लेकिन भाजपा-संघ इसका विरोध कर रहे हैं। गांधी ने कहा, ‘लेकिन उन्हें जाति जनगणना करानी होगी। उन्हें वंचित जातियों के लिए आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा के झूठे अवरोध को भी हटाना होगा। मैंने संसद में प्रधानमंत्री से कहा है कि अगर उनकी सरकार इसमें आनाकानी करती है तो हम जरूरी कदम उठाएंगे।’
लोक सभा में विपक्ष के नेता राज्य की राजधानी में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे। यह सम्मेलन राज्य में विधान सभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहा है। कांग्रेस नेता ने अपने भाषण में कई किस्से सुनाए, जिसमें उन्होंने योग्य मेडिकल और इंजीनियरिंग स्नातकों और एक कुशल जूता निर्माता के साथ बातचीत को याद किया, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि इन सभी को सिस्टम के कारण अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने में कठिनाई हो रही थी।
प्रदेश की राजधानी में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में गांधी ने अपने करीब 40 मिनट लंबे संबोधन में कहा कि संविधान केवल 70 वर्ष पुरानी पुस्तक नहीं है, बल्कि यह हजारों वर्ष पुरानी विचारधारा है, जो बुद्ध के समय से चली आ रही है, कबीर और गुरु नानक के युग से जारी है तथा इसने बाबासाहेब आंबेडकर को प्रेरित किया।’