कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार उनके नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ बदले की राजनीति में संलिप्त है।
सिद्धरमैया ने इसी के साथ राज्यपाल द्वारा उनपर भूखंड आवंटन के मामले में अभियोग चलाने की मंजूरी देने के खिलाफ दाखिल याचिका उच्च न्यायालय में खारिज होने के बाद विपक्ष की ओर से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को लेकर की जा रही मांग को भी ठुकरा दिया।
सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि विपक्ष उनके और उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रच रहा है जिसका वह राजनीतिक रूप से मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कानूनी विशेषज्ञों और पार्टी नेताओं से परामर्श के बाद अपने अगले कदम और कानूनी लड़ाई पर फैसला करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं अब भी कहता हूं कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है…।’’ मुख्यमंत्री ने मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा (एमयूडीए) पॉश क्षेत्र में उनकी पत्नी को किये गये 14 भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में उनके खिलाफ राज्यपाल थारवरचंद गहलोत द्वारा दी गयी जांच की मंजूरी को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी जिसे अदालत ने मंगलवार को खारिज कर दिया।
उन्होंने बार-बार अदालत के आदेश की ओर इशारा किया जिसमें कहा गया था कि ‘‘(उच्च न्यायालय का) आदेश (भ्रष्टाचार निवारण) अधिनियम की धारा 17 ए के तहत मंजूरी (जांच के लिए) के लिए प्रतिबंधात्मक माना जाता है, न कि बीएनएसएस की मंजूरी 218 देने वाला आदेश।’’
विपक्ष सिद्धरमैया से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग कर रहा है। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे क्यों इस्तीफा देना चाहिए? क्या (एच.डी.) कुमारस्वामी(केंद्रीय मंत्री) ने इस्तीफा दिया है? वह जमानत पर हैं, उनसे पूछिये…इसमें यही कहा है कि जांच करने की जरूरत है। जांच के स्तर पर ही इस्तीफा मांगा जाना चाहिये? मैं उन्हें जवाब दूंगा…मैं इसका राजनीतिक रूप से मुकाबला करूंगा क्योंकि यह साजिश है।’’
सिद्धरमैया ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह कानूनी विशेषज्ञों, मंत्रियों, पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों और अन्य लोगों के साथ चर्चा के बाद अगली कार्रवाई पर फैसला करेंगे। कांग्रेस नेता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल सेक्युलर (जद एस) पर ‘साजिश, राजभवन के दुरुपयोग’ का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनसे नहीं डरेंगे क्योंकि राज्य के लोग उनके साथ हैं और उन्हें और उनकी पार्टी को उनका आशीर्वाद प्राप्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘ उप मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री, विधायक, पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आलाकमान मेरे साथ हैं। कानूनी लड़ाई जारी रखने में आलाकमान मेरा साथ देगा।’’
सिद्धरमैया ने आरोप लगाय, ‘‘नरेन्द्र मोदी सरकार मेरे खिलाफ ही नहीं बल्कि देश में सभी विपक्षी राज्य सरकारों के खिलाफ बदले की राजनीति कर रही है।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा और जद(एस) कभी कर्नाटक की जनता के जनादेश से सत्ता में नहीं आई। सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी सरकार को ‘‘ धन, बल, ऑपरेशन कमल के बल पर अपदस्थ करने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुई।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा ने धन के बल पर हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुई, उसने हमारी सरकार की गरीब हितैषी योजनाओं का विरोध किया। भाजपा गरीबों और सामाजिक न्याय के खिलाफ है।’’
सिद्धरमैया ने दावा किया कि देश के अन्य हिस्सों की तरह भाजपा कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को भी बदनाम कर अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।