मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड (DJB) को निर्देश दिया कि वह उन्हें जल की उपलब्धता और सप्लाई को लेकर दैनिक रिपोर्ट मुहैया कराए।
उन्होंने जल बोर्ड व्यापक योजना तैयार करने के लिए कहा है ताकि शोधित जल (treated wastewater) का शहर में दोबारा इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके।
दिल्ली के करीब दो करोड़ निवासियों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए DJB प्रतिदिन करीब 99.5 करोड़ गैलन पानी की सप्लाई करता है, जबकि जल की मांग करीब 130 करोड़ गैलन रोजाना है।
सरकार की मंशा राष्ट्रीय राजधानी में पानी की उपलब्धता मार्च 2025 तक बढ़ाकर 124 करोड़ गैलन करने की है। गर्मी के मौसम में तैयारियों को लेकर केजरीवाल ने जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने ट्वीट किया, ‘DJB को अब दिल्ली में जल की कुल उपलब्धता और सप्लाई की दैनिक रिपोर्ट माननीय मुख्यमंत्री को देनी होगी।’
ट्वीट में आगे कहा गया कि अवजल शोधन प्लांट (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट-STP) से निकलने वाले जल के दोबारा इस्तेमाल को लेकर पूरी योजना बनानी चाहिए। इसमें यह भी कहा गया कि कई नजदीकी पार्क को भी पानी मुहैया कराया जाएगा।
दिल्ली के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रतिदिन 51.4 करोड़ गैलन शोधित जल (ट्रीटेड वेस्ट वाटर) उपलब्ध कराते हैं जिनमें से 26.7 करोड़ गैलन जल यमुना नदी में निचले इलाकों में इस्तेमाल के लिए वापस चला जाता है जबकि नौ करोड़ गैलन पानी का इस्तेमाल बागवानी में होता है।
CMO ने कहा कि दिल्ली में 450 से अधिक स्थानों की पहचान की गई है जहां ‘रिवर्स-ऑस्मोसिस सिस्टम’ के माध्यम से जनता को स्वच्छ और शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी।
दिल्ली में कई स्थानों पर भूजल तालिका (groundwater table) उच्च है, लेकिन पानी में खारापान ज्यादा होने के कारण पानी पीने के लिए उपयुक्त नहीं है।
CMO ने यह भी कहा कि सरकार DJB की सभी योजनाओं के लिए विभिन्न विभागों से जल्द मंजूरी सुनिश्चित करेगी।