Editorial: वृद्धि को सहारा देता सार्वजनिक व्यय
किसी देश की दीर्घकालिक वृद्धि और विकास पर इस बात का बड़ा असर होता है कि वह अपने वित्त को कैसे संभालता है। भारत फिलहाल विकास के जिस दौर में है वहां सामाजिक और भौतिक बुनियादी ढांचे समेत विभिन्न पक्षों में सरकारी सहायता आवश्यक है। किंतु बजट की किल्लत है और सरकार को दूसरी जरूरतें […]
Editorial: विकेंद्रीकरण की राह
पंचायती राज मंत्रालय और भारतीय लोक प्रशासन संस्थान ने हाल में जारी अपनी एक रिपोर्ट में विकेंद्रीकरण की दिशा में किए गए भारत के प्रयासों का व्यापक विश्लेषण किया है। सरकार ने संघीय ढांचे में विकेंद्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य-स्तरीय अंतरण सूचकांक (डीआई) का जिक्र किया है। सूचकांक पंचायती राज संस्थानों को निर्देशित […]
Editorial: भारत में टेस्ला की दस्तक
सबसे पहले 2022 और फिर 2024 में नाकामी मिलने के बाद आखिर इस साल की दूसरी तिमाही में टेस्ला भारत की सड़कों पर उतर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान इसी महीने टेस्ला के मुखिया ईलॉन मस्क ने उनसे मुलाकात की थी और शायद उस बैठक ने दुनिया की इस दूसरी […]
Editorial: बढ़ेंगी सोने की कीमतें
इस वर्ष सोने ने अन्य सभी वित्तीय परिसंपत्तियों को पीछे छोड़ दिया है। सच तो यह है कि बीते कई सालों से सोना बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली परिसंपत्तियों में शुमार रहा है। एक जनवरी, 2025 के बाद से डॉलर में इसकी कीमत 11 फीसदी और रुपये में 13 फीसदी चढ़ी है। जनवरी 2024 से अब […]
स्पैम कॉल पर टेलीकॉम बनाम ट्राई, नियमन पर टकराव
स्पैम कॉल और मेसेज से निपटने के लिए दूरसंचार कंपनियों ने नियामकीय मानकों के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की है। साथ ही उन्होंने अनुपालन के बोझ से निपटने के लिए समान अवसरों की मांग की है। दूरसंचार कंपनियों ने सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के माध्यम से कहा है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण […]
Editorial: अवसर और चुनौतियां
दिल्ली की मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह की असाधारण भव्यता दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 वर्ष बाद सत्ता में लौटकर कितनी प्रसन्न है। परंतु आम आदमी पार्टी (आप) की 10 साल की सरकार के बाद दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर धमाकेदार जीत मिलना बताता है कि […]
Editorial: रूस-अमेरिका वार्ता और यूरोप
यह अपेक्षित ही था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की ओर हाथ बढ़ाएंगे और यूरोप, खासकर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को लेकर उनका रुख नकारात्मक रहेगा। परंतु ट्रंप ने जितनी तेजी से यूक्रेन पर रूसी हमले (24 फरवरी, 2022 को शुरू) की पटकथा बदली […]
Editorial: एक स्थिर बैंकिंग व्यवस्था
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर निकासी की पाबंदी सहित कई प्रतिबंध लगाए हैं। इस निर्णय ने एक बार फिर इस बात की ओर ध्यान आकृष्ट किया है कि बैंकों की अक्षमता और कुप्रबंधन के कारण लोगों को किस प्रकार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। […]
Editorial: जोखिम में विश्व व्यापार
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान टैरिफ में तेजी से इजाफा करके व्यापार नीति को नया आकार देने का अपना इरादा छिपाया नहीं था। ट्रंप को लंबे अरसे से इस बात की चिंता रही है कि पारंपरिक व्यापार व्यवस्था में अमेरिका के साथ न्याय नहीं किया गया है और अब […]
Editorial: रिश्तों का नया दौर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के पहले भारत ने जिन उद्देश्यों को हासिल करने की सूची तैयार की होगी, उनमें राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले नए अमेरिकी प्रशासन के साथ सार्थक भागीदारी की बात अहम रही होगी। यकीनन ट्रंप जब अमेरिका में मोदी का स्वागत कर रहे थे उसी समय उनके उपराष्ट्रपति म्युनिख […]









