Editorial : भारतीय रेलवे की क्षमता में कमी
दीवाली के अवसर पर पड़ने वाले सप्ताहांत पर लंबी दूरी की ट्रेनों और विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर बेतहाशा भीड़ की तस्वीरों और वीडियो ने कई लोगों को स्तब्ध कर दिया। ट्रेनों के बाहर भारी भीड़ मुंबई उपनगरीय रेल नेटवर्क के भीड़-भाड़ वाले समय की याद दिलाती है। बस ये ट्रेनें उपनगरीय न होकर अलग-अलग शहरों और […]
Editorial: हिमालय क्षेत्र में अनियंत्रित निर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता
हिमालय के ऊपरी हिस्से में एक सुरंग के निर्माण के दौरान उसके ढह जाने से 40 श्रमिक फंस गए और उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार की चार धाम राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का यह हिस्सा उत्तरकाशी क्षेत्र में ब्रह्मखाल और यमुनोत्री के बीच स्थित है। यह मानने की पर्याप्त वजह है कि […]
Editorial: उभरते बाजारों का मजबूत प्रदर्शन
महामारी के दौरान किए गए नीतिगत समायोजन को समाप्त करने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मार्च 2022 के बाद नीतिगत दरों में तेज इजाफा किए जाने के बाद तमाम उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्थाओं में टैपर टैंट्रम 2.0 (केंद्रीय बैंक द्वारा परिसंपत्ति खरीद कार्यक्रम को कम करना) का डर गहरा हो गया था। बहरहाल चिंताओं के […]
Editorial: बिहार की समस्या
जनवरी 2022 में रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षाओं में कथित तौर पर हुई अनियमितताओं तथा उसी वर्ष जून में अग्निवीर योजना के हिंसक विरोध की खबरें सबसे पहले बिहार से आई थीं। यह बात दर्शाती है कि राज्य के युवाओं में राज्य के भीतर रोजगार के अवसरों की कमी को लेकर कितना अधिक गुस्सा है। […]
Editorial: जल्द पूरा हो भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता
एक और दीवाली करीब है और भारत तथा यूनाइटेड किंगडम के बीच मुक्त व्यापार समझौते (India-Britain FTA) पर अब तक हस्ताक्षर नहीं हो सके हैं। गौरतलब है कि एक दीवाली पहले भी इस समझौते पर हस्ताक्षर का वादा किया गया था। उम्मीद है कि यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की दीवाली के आसपास होने […]
NSS: भारत की सुरक्षा के लिए एक जरूरी दस्तावेज
समाचारों के मुताबिक सर्वोच्च स्तर पर रणनीतिक योजना तैयार करने वाली सरकार की सबसे बड़ी संस्था राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) ने देश के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति (NSS) तैयार करनी शुरू कर दी है। बदलते रणनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह स्वागतयोग्य कदम है। रणनीतिक नीति दस्तावेज में देश के सुरक्षा लक्ष्यों का विस्तृत […]
Opinion: सैनिकों और टुकड़ियों की कम लागत का रुख
सैनिकों पर होने वाला व्यय बढ़ने की आलोचनाओं के बीच रक्षा मंत्रालय ने करीब डेढ़ वर्ष पहले अग्निपथ नामक नई भर्ती योजना की घोषणा की थी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारतीय सेना की औसत आयु को चार-पांच वर्ष कम किया जा सके तथा उसे मौजूदा 32 वर्ष से कम करके 27 वर्ष पर लाया […]
Editorial: चुनावों के साथ बढ़ता राजनीतिक दलों के वादों का दायरा
चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों के वादों की प्रकृति और उनका दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आगे चलकर राजकोष पर इनका विपरीत प्रभाव होगा। उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ में किए गए वादों का विश्लेषण बताता है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों के रवैये में कोई खास अंतर नहीं है। राज्य […]
Editorial: महानगरों की निर्माण योजना
दशकों तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली और आसपास के गुड़गांव तथा नोएडा जैसे शहर) देश की निर्माण राजधानी भी रहा है। बीते 15 वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक का चरणबद्ध विकास हुआ है और मेट्रो नेटवर्क का भी। आसपास के उपनगरों में आवासीय और कार्यालयों वाले टावर बनाए गए […]
Editorial: वैश्विक अस्थिरता से नई चुनौतियां संभव
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल के दिनों में बाह्य मोर्चे पर अस्थिरता का उचित प्रबंधन किया है। यह अस्थिरता मुख्य रूप से बाहरी झटकों से उत्पन्न हुई थी। इसके परिणामस्वरूप ऐसे समय में भी रुपये का बाहरी मूल्य स्थिर रहा है जब कुछ विकसित देशों में काफी अस्थिरता नजर आई। इस संदर्भ में रिजर्व […]









