अप्रैल आला रे…
करदाताओं के लिए मार्च का अंत काफी आपाधापी वाला रहा, अपने बहीखातों को सही रखना कोई आसान काम थोड़े ही है। और अब सभी जरूरी कागजातों को इकट्ठा करने और संबंधित विभागों में जमा करवाने के बाद, आपको लग रहा होगा कि अप्रैल का महीना बेहद सुकून भरा होगा। एक मिनट जरा ठहरिए तो सही, […]
बीएस की क्लास
1. गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के बारे में निम्न में से कौन सा वाक्य सही नहीं है? क- यह केवल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबध्द किए जाते हैं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में नहीं।ख- इन्हें सेबी में पंजीकृत कराना पड़ता है।ग- ये संपत्ति कर के दायरे में नहीं आते।घ- तीन साल तक रखने के बाद अगर […]
मारुति की ‘डिजायर’…बेहतरीन कार
मिडसाइज कारों में एस्टीम के घटते वर्चस्व को देखते हुए मारुति ने इस सेगमेंट में अपनी नई कार स्विफ्ट डिजायर बाजार में उतार दी है। उसकी यह कार डीजल और पेट्रोल दोनों वर्जन में उपलब्ध होगी। ‘स्विफ्ट डिजायर’ इस सेगमेंट की मारुति के पुराने पड़ चुके मॉडल एस्टीम की जगह लेगी। टाटा इंडिगो और महिंद्रा […]
इंडिया मांगे मोर वायरलेस
दुनिया के साथ कदमताल करते भारत की जरूरतें भी आज बदल चुकी हैं। शायद इसीलिए फलते-फूलते रियल एस्टेट सेक्टर, संगठित होते रीटेल कारोबार। मेगा टाउनशिप में बदलते टियर-2 और टियर-3 शहर, आधुनिक शक्लो-सूरत पा चुके विशालकाय स्कूल कैंपस या यूनिवर्सिटी और ग्रामीण क्षेत्र…हर कहीं से ज्यादा से ज्यादा वायरलेस नेटवर्किंग को लागू करने की आवाज […]
‘हमारे पास होगा टूथब्रश का 60-70 फीसदी बाजार’
विज्ञापनों ने ओरल केयर उत्पादों की मांग में काफी इजाफा कर दिया है। इसके चलते ओरल केयर उद्योग अब 75 प्रतिशत की उछाल के साथ 7000 करोड़ रुपये तक पहुंचने को आतुर है। ब्रांडेड टूथब्रश की मांग में भी 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। मौजूदा माहौल में जेएचएस सेवेंडगार्ड लेबोरेट्रीज लिमिटेड के […]
बीपीओ कंपनियों को लागा, चस्का इंटरनेट का
इंटरनेट पर चहलकदमी का चस्का अब देसी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) कंपनियों को चलाने वालों को भी खासा लग गया है। अब ट्रांसफॉर्म सोल्यूशंस के मैनेजिंग डायरेक्टर अशफाक शिलिवाला को ही लीजिए, जो इंटरनेट के खासे मुरीद हैं। और हों भी क्यों न?…जब बिना अमेरिका का एक भी चक्कर लगाए उन्होंने सूरत में बैठे-बैठे, वहां […]
महंगाई के मर्ज का गलत इलाज
महंगाई दर आज वृहत-अर्थशास्त्र की गंभीर समस्या बनकर उभर रही है। इसकी गंभीरता इतनी है कि हाल ही में पैदा हुईं कई दूसरी नकारात्मक चीजें इसके सामने फीकी पड़ गई हैं। मिसाल के तौर पर औद्योगिक उत्पादन को लिया जा सकता है, जिसके सूचकांक में गिरावट पर पिछले दिनों खूब हाय-तौबा मचा था।थोक मूल्य सूचकांक […]
…तो क्या दिल्लीवासियों पर गिरेगी बिजली?
दिल्ली सरकार में शामिल कई लोगों को लगता है कि यहां बिजली की कीमतों में स्थिरता बिजली के निजीकरण की कामयाबी की कहानी को बयां करता है। दिल्ली में वर्ष 2004 के बाद बिजली की कीमतों में किसी तरह का इजाफा नहीं किया गया था और इस साल 1 मार्च से महज 5 पैसे प्रति […]
ब्याज दरें न ही बढ़ें तो बेहतर है
ब्याज दरों में और बढ़ोतरी से अर्थव्यवस्था शेयर बाजारों में लगातार जारी उठापठक और अगले साल विकास दर में कमी की आशंका का मतलब यह लगाया जाना चाहिए कि छोटे निवेशक इक्विटी से पूरी तरह अपने हाथ खींच लेंगे। अगर हम सैध्दांतिक नजरिये से देखें तो ऐसी हालत में ऐसे निवेशकों के लिए एकमात्र विकल्प […]
सुरक्षित निवेश के पुख्ता दरवाजे
शेयर बाजार में आई 30 फीसदी की गिरावट के बाद कई निवेशक अब सुरक्षित निवेश के दरवाजे ढूंढने लगे हैं। ऐसे बाजार में तो टैक्स के बाद 5-6 फीसदी का रिटर्न ढूंढना भी मुश्किल लगने लगा है।बात करते है तगड़े डिविडेंड वाले शेयरों की। ऐसे शेयर अच्छा डिविडेंड तो देते ही हैं और जब बाजार […]
