क्या पश्चिम का महान ‘खुलापन’ प्रयोग विफल हो रहा है?
पश्चिमी देशों का खुलेपन का महान प्रयोग क्या समाप्त हो रहा है? पूरे पश्चिमी जगत में, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और यहां तक कि जापान में भी, विदेशी छात्रों, शोधकर्ताओं, कामगारों और शरणार्थियों को अपने यहां स्वीकार करने की अब उतनी तत्परता नहीं दिख रही है जितनी सिर्फ पांच साल पहले थी। आखिर इस रुझान के […]
त्रासदी और प्रहसन: एयर इंडिया दुर्घटना पर अटकल नहीं, तथ्य ज़रूरी
हमें शायद कुछ समय तक यह पता न चल पाए कि अहमदाबाद में एयर इंडिया 171 के उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही जमीन पर आ गिरने का कारण क्या था। विमान दुर्घटनाओं की जांच सबसे व्यापक जांचों में आती है। इसलिए यह बेहद महत्त्वपूर्ण है कि अटकलें लगाने के बजाय इस जांच प्रक्रिया […]
नीति नियम: एआई के असर के अनुमानों में भारी विविधता
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस यानी एआई के विकास बाद जो तकनीकी क्रांति घटित होती दिख रही है उसकी किसी ऐतिहासिक तुलना के बारे में विचार कर पाना मुश्किल है। गति और संभावना दोनों ही मामलों में एआई असाधारण प्रतीत होता है। इसकी तुलना 19वीं सदी के सबसे प्रभावशाली विकास, मिसाल के तौर पर भाप के इंजन से […]
डॉनल्ड ट्रंप के कदम और वैश्वीकरण की हकीकत
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप टैरिफ पर अपने सख्त रुख से क्या पीछे हट गए हैं? दुनिया भर के देशों पर टैरिफ 90 दिन के लिए टाला गया था, जिसमें से अब 50 से भी कम दिन बचे हैं। इस दरम्यान उन्होंने केवल एक व्यापार समझौते की घोषणा की है, जो यूनाइटेड किंगडम के साथ […]
जवाबदेही से पलायन करते लोकप्रिय नेता
अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डॉनल्ड ट्रंप के पहले झंझावातों से भरे महीनों में सबसे ध्यान देने योग्य बात यह है कि उनके कट्टर समर्थकों ने उनमें अपना विश्वास जरा भी नहीं खोया है। राष्ट्रपति पद पर आते ही उन्होंने विभिन्न संधियों को खत्म करने की कोशिश की। इसके अलावा कानून, अदालती आदेशों और […]
सबसे बड़े हित समूह यानी उपभोक्ताओं की अनदेखी
आखिरकार बॉन्ड बाजार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को विवश किया कि वह पूरी दुनिया पर टैरिफ लगाने के अपने अभियान को ’90 दिन’ के लिए रोक दें। वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी एक खबर के मुताबिक वित्तीय बाजारों का वास्तविक अनुभव रखने वाले उनकी कैबिनेट के दो सदस्यों वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और वाणिज्य […]
आर्थिक सिद्धांतों को दरकिनार करते नेता
जनता को अपनी बातों से लुभाने में पारंगत नेताओं में एक बात मिलती-जुलती है। एक ऐसा दौर जरूर आता है जब ये लोकलुभावन नेता अपने जोशीले समर्थकों से कहते हैं कि राष्ट्र की समस्याएं तभी दूर हो सकती हैं जब साहसिक एवं कठोर कदम उठाए जाएं और उन्हें छोड़कर अन्य लोगों या दलों में ऐसा […]
अमेरिका के शुल्क और भारत पर असर
अमेरिका ने वैश्विक व्यापार नीति पर मंडरा रही अनिश्चितता को शुल्कों पर रोज नई घोषणाएं कर और भी बढ़ा दिया है। वहां डॉनल्ड ट्रंप की अगुआई वाली सरकार ने अब वाहनों और उनके कुछ पुर्जों के आयात पर अलग से 25 फीसदी शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया है। उससे पहले अमेरिका ने कनाडा और […]
वैश्विक व्यापार को चीन से असली नुकसान
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शुल्क के तीर वैश्विक व्यापार व्यवस्था को तगड़ी चोट पहुंचाते लग रहे हैं। तुनकमिजाज और पल-पल बदलने वाले ट्रंप ने पिछले साल अपने चुनाव अभियान के दौरान कहा था कि ‘शुल्क’ उनका पसंदीदा शब्द है। पद संभालने के बाद उन्होंने जो कुछ किया है उससे यही लगता है कि […]
हर धारणा को धता बता रहे डॉनल्ड ट्रंप
बतौर राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का दूसरा कार्यकाल शुरू हुए कुछ ही हफ्ते गुजरे हैं और यह बात साफ हो गई है कि यह उनके पिछले कार्यकाल जैसा बिल्कुल नहीं रहेगा। 2017 के मुकाबले ट्रंप ज्यादा तेजी से और निर्णायक तरीके से अपने एजेंडा पर आगे बढ़ रहे हैं तथा उनका एजेंडा भी ज्यादा अतिवादी लग […]









