Foreign Funding: हजारों संगठनों पर गिरी गाज, सरकार ने विदेशी फंडिंग पर कसा शिकंजा
सरकार ने विदेशी फंडिंग प्राप्त करने वाले संगठनों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम यानी FCRA के तहत लाइसेंस प्राप्त संगठनों के रिन्यूअल और नए रजिस्ट्रेशन में अब पहले से ज्यादा सख्ती देखी जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में संगठनों के FCRA लाइसेंस रद्द किए गए […]
सदन में महिलाओं की उचित भागीदारी के लिए कैसे अभी लंबा सफर करना होगा? आंकड़ों से समझिए
हाल ही में रेखा गुप्ता के दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर छिड़ी बहस फिर आगे बढ़ी है। इस पद को संभालने वाली वह राष्ट्रीय राजधानी की चौथी और देशभर में 18वीं महिला हैं। उनका यहां तक पहुंचना एक अहम पड़ाव है लेकिन यह राजनीति में लिंग आधारित प्रतिनिधित्व […]
Yamuna pollution: अकेली दिल्ली नहीं, यमुना में प्रदूषण के कई राज्य जिम्मेदार
उत्तर भारत में लाखों लोगों को आजीविका कमाने में मददगार यमुना नदी गंभीर प्रदूषण के संकट से जूझ रही है। अक्सर कहा जाता है कि नई दिल्ली में प्रवेश के साथ ही इस जीवनदायिनी नदी के पानी में जहर घुलना शुरू हो जाता है, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। आंकड़ों से पता चलता […]
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के 10 साल पूरे, लेकिन बेटियों की राह में खड़े अभी चुनौतियों के कई पहाड़
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा’ लड़कियों के अधिकारों के प्रति जागरूकता का प्रतीक बन चुका है। खास कर सार्वजनिक स्थलों और विभिन्न अभियानों में यह नारा खूब दिखाई और सुनाई देता है। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी, 2015 को हरियाणा में शुरू किया था। इसका उद्देश्य बच्चियों को बेहतर जिंदगी, शिक्षा, […]
Economic survey 2024-25: घट गई नौकरीपेशा और खुद का बिजनेस करने वालों की कमाई, आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप
संसद में पेश हुए आर्थिक सर्वे 2024-25 ने एक बड़ी सच्चाई सामने रखी है। बीते कुछ सालों में जहां महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी, वहीं आम लोगों की वास्तविक मासिक कमाई में कमी दर्ज की गई है। खासतौर पर स्व-रोजगार करने वालों और वेतनभोगी कर्मचारियों की आय पर इसका गहरा असर पड़ा है। स्व-रोजगार में बड़ा […]
Delhi Election: समाज कल्याण की योजनाओं पर जोर से दरक रहा शहर का बुनियादी ढांचा
Delhi Election: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की राजनीतिक उठापटक ‘रेवड़ी संस्कृति’ को बढ़ावा देने के लिए अक्सर बदनाम रही है। इसकी ठोस वजह भी है क्योंकि ‘रेवड़ी संस्कृति’ सभी राजनीतिक दलों के चुनावी वादों के नस-नस में समा गई है। रेवड़ी संस्कृति यानी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए जनता से किए जाने वाले लोकलुभावन […]
ऑटो क्षेत्र में महिलाएं: वेतन कम, चोट का खतरा अधिक
पिछले पांच वर्षों के दौरान ऑटो क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को चोट लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। सबसे ज्यादा मामले काम के दौरान उंगलियां कटने या दबाव पड़ने पर उनके पंजे से अलग होने के सामने आए हैं। सेफ इन इंडिया फाउंडेशन (एसआईआईएफ) की हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 […]
H-1B visa: ट्रंप और बाइडन नीतियों ने भारतीय हिस्सेदारी और अमेरिका में योगदान को कैसे प्रभावित किया?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम पर ईलॉन मस्क का समर्थन किया है, लेकिन उनके पहले कार्यकाल के दौरान वीजा आंकड़े कुछ अलग कहानी कहते हैं। एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को दूसरे देशों से कुशल विशेषकर तकनीकी विशेषज्ञ भर्ती करने की अनुमति देता है। प्रौद्योगिकी कंपनियां […]
Interview: ‘2047 तक सबके लिए बीमा’ का लक्ष्य पूरा करना संभव: कल्पना अजयन
जनधन योजना और जन सुरक्षा जैसी सरकार की योजनाओं से वित्तीय सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। लेकिन सरकारी योजनाओं का लाभ महिला आबादी के बड़े तबके तक पहुंचना अभी बाकी है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण को समर्पित वैश्विक गैर लाभकारी संगठन, विमेन्स वर्ल्ड बैंकिंग (डब्ल्यूडब्ल्यूबी) की हाल की रिपोर्ट में इस पर मिली-जुली […]
Statsguru: डॉनल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी भारत के लिए क्या मायने रखती है? आंकड़ों की जुबानी समझिए…
डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के “अमेरिका फर्स्ट” अभियान के संभावित प्रभाव का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन यह उनके पहले कार्यकाल और वर्तमान जो बाइडन (Joe Biden) प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक जुड़ाव का आकलन करने का समय है। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद […]









