गारंटी योजनाओं द्वारा समर्थित समय से वित्तपोषण होने से सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों को कोविड-19 महामारी के कारण आई मंदी से बचने में मदद मिली है। अर्थव्यवस्था वृद्धि की राह पर चल रही है और इस क्षेत्र में बन रहे किसी भी तरह के जोखिम पर व्यवस्था को नजर रखने की जरूरत है। ट्रांस […]
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विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने कहा है कि 2020 की चौथी तिमाही में वैश्विक व्यापारिक कारोबार की मात्रा की बढ़ी हुई दर 2021 की पहली छमाही में जारी रहने की संभावना नहीं है क्योंकि प्रमुख संकेतक पहले से ही ऊंचाई पर हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर भारत से होने वाले निर्यात पर […]
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उच्चतम न्यायालय ने केंद्र से कहा है कि वह करदाताओं को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के पहले ती अवधि से मौजूदा जीएसटी व्यवस्था में इनपुट टैक्स क्रेडिट स्थानांतरित करने में आ रही तकनीकी व्यवधान को लेकर शपथपत्र दाखिल करे। इसके पहले 2019 के आखिर में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कहा था कि […]
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि भारत के महंगाई दर के लक्ष्य के 2 से 6 प्रतिशत बैंड की समीक्षा होगी। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के लिए 5 साल का यह ढांचा तैयार किया गया था, जिसकी अवधि खत्म होने वाली है। सीतारमण ने कहा, ‘एमपीसी का कार्यकाल अब खत्म होने वाला […]
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वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की मार्च में होने वाली बैठक में कर की दरों को वाजिब बनाने और कई स्लैब का आपस में विलय करने के बारे में फैसला लिया जा सकता है। इससे दरें राजस्व तटस्थ दर के करीब आ सकेंगी और अप्रत्यक्ष कर की यह प्रणाली पहले से ज्यादा सरल बन […]
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क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग ने बुधवार को कहा कि भारत अगले वित्त वर्ष में 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। पर रेटिंग एजेंसी ने यह भी कहा कि भारत की वित्तीय साख की आगे की रेटिंग राजकोषीय घाटे में कमी तथा कर्ज के बोझ पर […]
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वित्त मंत्रालय ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कहा है कि वह वित्त वर्ष 2021-22 में सरकार को ज्यादा लाभांश सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करे। मंत्रालय ने ज्यादा लाभांश उस समय मांगा है, जब दुनिया भर में ब्याज दरें नरम चल रही हैं। वित्त मंत्रालय ने आरबीआई से स्वर्ण मुद्रीकरण की संभावनाओं पर […]
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चालू वित्त वर्ष की दो तिमाहियों में लगातार अर्थव्यवस्था में संकुचन के बाद अब सबकी नजर तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों पर है। अर्थशास्त्री इस बात को लेकर बंटे हुए हैं कि तीसरी तिमाही में मंदी बनी हुई है, या अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर्ज होगी। अक्टूबर-दिसंबर 2020-21 तिमाही के बारे में […]
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इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि राज्यों का सकल राजकोषीय घाटा अगले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद के 4.3 प्रतिशत के बराबर होगा, जो चालू वित्त वर्ष में 4.6 प्रतिशत रहने की संभावना है। एजेंसी ने पहले अनुमान लगाया था कि वित्त वर्ष 21 में यह 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। नॉमिनल जीडीपी […]
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खुदरा मूल्य सूचकांक के उलट थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई में उछाल नजर आ रही है। ईंधन और गैर-खाद्य विनिर्मित उत्पादों के मूल्य पर दबाव बढऩे से थोक महंगाई दिसंबर के 1.22 फीसदी से बढ़कर जनवरी में 2.03 फीसदी पर पहुंच गई। अर्थशास्त्रियों की नजर में ऐसा इसलिए हो रहा है कि मौजूदा चक्र […]
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