मांग में तेजी बरकरार रखने के लिए आर्थिक समीक्षा में प्रोत्साहन देने की गुंजाइश बरकरार रखने का सुझाव दिया गया है। समीक्षा में कहा गया है कि देश इस समय भीषण आर्थिक चुनौतियों से धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है इसलिए इसे और मजबूती देने के लिए राजकोषीय मोर्चे पर कोशिशें जारी रखने की जरूरत है। […]
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अनिश्चितता के माहौल में अधूरे अनुबंधों और विनियमों के कारण जरूरत से अधिक विनियमन होता है। विनियमों और विवेकपूर्ण निर्णय के बीच सामंजस्य न होने के कारण होने वाले नुकसान को दूर करते हुए आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि इस प्रकार के मामलों को पहले देखना और फिर दुनिया के सभी (अथवा अधिकतर) […]
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आर्थिक समीक्षा में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू कीमतों पर 15.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। समझा जा रहा है कि आगामी 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में मुख्य दरों और अनुपातों के निर्धारण में वद्धि दर का यह अनुमान अहम भूमिका अदा कर सकता है। चालू वित्त वर्ष […]
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संसद में आज वित्त वर्ष 2020-21 की आर्थिक समीक्षा पेश की गई। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार के कदमों का मजबूती से बचाव किया है। इसके साथ ही आगामी बजट में बढ़ते कर्ज और राजकोषीय घाटे को ज्यादा तवज्जो देने की जरूरत नहीं है। समीक्षा में 2020-21 की पहली […]
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अगर नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल के आर्थिक वृद्धि के अनुमानों पर वित्त मंत्रालय के सलाहकारों की रेटिंग की जाए तो संभवत: सभी समीक्षक उन्हें 10 में से 5 अंक देंगे। मोदी के कार्यकाल के दौरान 7 समीक्षा पेश की गई, जिसमें 3 के अनुमान सही आए या वास्तविक वृद्धि को कम आंका गया। एक […]
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पड़ोसी देशों से भारत में निवेश पर लगाम कसने के लिए सरकार सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण या रणनीतिक विनिवेश में प्रतिभागिता करने वाले निवेशकों के लिए अपनी सुरक्षा मंजूरी नीति में बदलाव करने जा रही है। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सुरक्षा समिति निजीकरण या रणनीतिक विनिवेश में सबसे ऊंची बोली लगाने […]
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक कंपनियों को देश में आमंत्रित करते हुए उनकी सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विनिर्माण, बुनियादी ढांचा, डिजिटल क्षेत्र और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काफी सुधार किए गए हैं। उन्होंने उद्योग के 400 से अधिक शीर्ष उद्योगपतियों को संबोधित करते […]
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कोविड-19 के कारण नौकरियां गंवाने वाले तमाम लोग लॉकडाउन खत्म होने के बाद काम पर लौटे हैं, लेकिन रोजगार का स्तर अभी कोविड के पहले की तुलना में नीचे है। अजीम प्रेमजी युनिवर्सिटी के सहयोग से 6 नागरिक समाज संगठनों द्वारा महामारी का लोगों की जीविका पर पड़े असर के अध्ययन से यह जानकारी सामने […]
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भारत में अगले सप्ताह पेश होने वाले बजट से पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने महामारी संकट से निपटने के उपायों को जारी रखने, ढांचागत क्षेत्र में निवेश पर जोर देने और आयुष्मान भारत जैसे स्वास्थ्य कार्यक्रमों का दायरा बढ़ाने की वकालत की है। साथ ही उन्होंने वाणिज्यिक रूप से व्यावहारिक […]
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पिछले दशक में भुगतान क्षेत्र में काफी बदलाव आए और नोटबंदी तथा कोविड-19 महामारी से देश में डिजिटल भुगतान में तेजी के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का कहना है कि देश को नकदी आधारित अर्थव्यवस्था से डिजिटल अर्थव्यवस्था में तब्दील करने की प्रक्रिया अभी अधूरी है। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान 96 लाख करोड़ […]
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