महंगाई ने भी इस पूरे साल कई रंग दिखाए। फरवरी-मार्च से ही महंगाई का मीटर ऊपर जाने लगा था और दूध, फल, सब्जी, खाद्य तेल जैसी आम जरुरत की चीजों की कीमतें बढ़ने लगी थीं। एक वक्त महंगाई ने पिछले 13 साल के रिकॉर्ड को ही तोड़ दिया। एक वक्त पर महंगाई बढ़कर 13 फीसदी […]
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एसोचैम के एक सर्वेक्षण में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी की दर 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है, जबकि वित्त वर्ष 2009-10 के लिए जीडीपी की विकास दर 6.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। एसोचैम के इस सर्वेक्षण में देश भर के 250 सीईओ ने भाग लिया था। सर्वेक्षण के अनुसार 83 फीसदी […]
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देश की अर्थव्यवस्था के लिए वर्ष 2008 काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। वर्ष की शुरुआत जहां मजबूती से हुई, वहीं साल खत्म होते-होते वैश्विक मंदी की छाया मंडराने लगी। ऐसे में सबके जेहन में सवाल है कि क्या आने वाला साल अर्थव्यव्स्था के लिहाज से अच्छा होगा और महंगाई-मंदी के बादल छंटेंगे? बिानेस स्टैंडर्ड ने इसी […]
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हाहाकार मचाने के बाद महंगाई के मीटर में लगातार कमी का दौर बदस्तूर जारी है। थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर मापी जाने वाली महंगाई दर में इस हफ्ते में भी कमी आई है। 13 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में महंगाई घटकर 6.61 फीसदी पर पहुंच गई जबकि इससे पहले हफ्ते में महंगाई दर […]
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कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से इस क्षेत्र की कंपनियों को देश में निवेश से बहुत फायदा होता नहीं दिख रहा है। जानकारों के मुताबिक, वर्ष 2009 में भी तेल की कीमत 45 से 60 डॉलर प्रति बैरल रहने की उम्मीद है, जिससे उन्हें निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बहुत कम है। […]
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राजधानी दिल्ली समेत तमाम शहरों में मंदी पांव पसारने लगी है। बड़ी-बड़ी कंपनियों के शोरूम सूने पड़े हैं, खरीदारों का टोटा है, जो आ भी रहे हैं, दाम की तफ्तीश कर चले जा रहे हैं। लेकिन : * उत्तर प्रदेश में बरेली जिले के मीरपुर कस्बे में महेश प्रसाद की बांछें खिली हुई हैं। पूरे […]
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समाज सेवा के साथ बाजार तलाशना कंपनियों की नई रणनीति बन गई है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के लिए तो यह रणनीति काफी फायदा भी पहुंचा रही है। कंपनी ने शक्ति नाम से परियोजना शुरू की है, जो गांवों में खरीदारों की तलाश में अहम भूमिका निभा रही है। कोई बहुराष्ट्रीय कंपनी बड़ी परियोजना वहीं […]
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आर्थिक मंदी ने दो महीने पहले अपना कहर बरपाना शुरू किया और रायपुर के पास गांव में सुखीराम ने भी अपना मकान बनवाना दो महीने पहले ही शुरू किया। मंदी शहरों में मकान बिकवा रही है और सुखीराम का मकान पूरी रफ्तार के साथ बन रहा है। मजे की बात है कि सुखीराम इसका श्रेय […]
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भले ही तमाम क्षेत्रों की कंपनियां मंदी से परेशान हैं, लेकिन कोलकाता में छोटी और मझोली दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को गांवों और कस्बों से उम्मीद नजर आ रही है। इसीलिए वे विस्तार की योजनाओं पर भी काम कर रही हैं।जीपी इन्फोटेक और जेनिटिस समूह शहर में मझोले आकार की इलेक्ट्रॉनिक और दूरसंचार कंपनियां […]
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उम्मीद की किरण तो किसी भी कोने से आ सकती है। अब मंदी को ही लीजिए, दुनिया भर के हुक्मरान और उद्योगपति मंदी से बचने के लिए लागत घटा रहे हैं और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों में रोजगार के नए मौके सामने आ रहे हैं। […]
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