स्टील की बढ़ती कीमतें और साथ ही बेहतर उत्पाद होने के कारण सेल 40,265 करोड़ रूपये की उगाही कर सकती है। मार्च 2008 के तिमाही में इसके 22 फीसदी ऊंचे रहने के आसार हैं। हालांकि दूसरे पीएसयूएस की तरह सेल भी अपने कर्मचारियों पर ज्यादा खर्च कर रही है। कम्पनी अपनी कुल विक्री का 8.6 […]
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रुपये के डॉलर के मुकाबले तेजी से कमजोर पड़ने से केंद्र की यूपीए सरकार की पेशानी में बल पड़ गए हैं और पहले ही खतरनाक स्तर पर जा पहुंची मुद्रास्फीति की दर के और बढ़ने की आशंका बन रही है, लेकिन यह स्थिति विदेशी संस्थागत निवेशकों(एफआईआई) के लिए वरदान बनकर आई है। वे एक बार […]
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भारतीय शेयर एवं प्रतिभूति बोर्ड जल्द ही अप्रवासी भारतीय फंड मैनेजरों को विदेशी संस्थागत निवेशकों के इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो के प्रबंधन की इजाजत दे सकती है। सेबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसको और अधिक स्पष्ट करते हुए कहा कि इसके बारे में हमारे पास ढ़ेरों ऑफर आएं हैं। अधिकारी ने आगे बताया कि हम उन […]
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मार्च को खत्म हुई तिमाही में अगर कोई खास बात रही है तो वो है कंपनियों के ऑपरेटिंग मार्जिन पर पड़ता दबाव। बिजनेस स्टैंडर्ड रिसर्च ब्यूरो ने 1429 कंपनियों (बैंकों और फाइनेंशियल कंपनियों के अलावा)का अध्य्यन किया और इसमें कुछ रोचक ट्रेंड्स सामने आए हैं। पिछली चार तिमाहियों में बिक्री में सबसे ज्यादा इजाफा देखा […]
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बाजार मार्च के निचले स्तरों से तो उबर आया है लेकिन जहां तक मैक्रो इकोनॉमिक माहौल का सवाल है, यह और बिगडा है। असली चिंता बाजार नहीं, आर्थिक आंकड़े हैं। इन आंकड़ों की किसी ने उम्मीद नहीं की थी। यह तो जाहिर हो ही रहा था कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ रही है लेकिन […]
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इक्विटी फंडों में हालांकि अब भी पैसा आ रहा है लेकिन पहले की तुलना में यह कम जरूर है क्योंकि निवेशक अब सतर्कता बरत रहे हैं। बाजार में उतार चढाव अच्छा खासा रहा है लेकिन इसके बावजूद छोटे निवेशक इसमें उतरने का लालच रोक नहीं पा रहे हैं। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली के आंकड़ों के […]
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बढ़ती प्रतिस्पर्धा के इस दौर में म्युचुअल फंड निरंतर नये-नये तरीके तरीके अपना रहे हैं ताकि उनकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति में इजाफा हो सके। इसके लिए फंड हाउस पुरानी नीति अपना रहे हैं जिसके तहत अपने अच्छे प्रदर्शन करने वाले फंडों को ग्राहक ढूंढने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। नित्य नये प्रकार के फंड लॉन्च […]
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वर्ष 2000 की शुरुआत से तकनीक क्षेत्र अस्थिरता के दौर से गुजरता रहा है। जब इसमें सुधार होना शुरु हुआ तो इसे वर्ष 2003 की उठा-पटक का सामना करना पड़ा। तकनीकी क्षेत्र के शेयरों पर अमेरिका-इराक युध्द का खासा प्रभाव देखा गया। उस वर्ष 10 अप्रैल को इन्फोसिस जैसी कंपनी ने वित्त वर्ष 2004 के […]
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यदि कोई खास बात जो मार्च तिमाही के परिणामों में देखी जा रही है तो वह है ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन का गिरना। जिन कंपनियों केमार्जिन में कमी देखी गई है उनमें तेल और गैस की बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज,एल्युमिनियम क्षेत्र की बड़ी कंपनी हिंडाल्को,कार कंपनी मारुति,उपभोक्ता वस्तुओं का निर्माण करने वाली कंपनी यूनीलीवर,इंजीनियरिंग विनिर्माण कंपनी […]
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कमजोर वर्ग के लोगों को कर्ज देने के कारोबार में लगी कंपनी इक्विटास माइक्रोफाइनेंस लि. अब आम लोगों को सोना खरीदने के लिए कर्ज देने का इंतजाम कर रही है और इसके लिए कंपनी 50 करोड़ का और फंड जुटाने जा रही है। चेन्नई की यह कंपनी प्राइवेट इक्विटी निवेशकों के इस रकम का इंतजाम […]
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