ऐसा होता है तब, बाजार में मंदी आती है जब
आप जानते हैं कि जब बाजार मंदी पर होता है तब. . . अगर आप 75,000 रुपये प्रति महीने (डीए समेत) कमा रही है और अचानक स्वयं से ‘क्या मैं 7500 रुपये प्रति महीने निकाल सकती हूं?’ जैसे सवाल पूछना शुरू कर देती हैं। आप अपने कार्यालय में 9.30 बजे सुबह अपना कार्ड पंच करते […]
कहते हैं विश्लेषक
बल्लारपुर इंडस्ट्रीजसिफारिश: 39 रुपयेमौजूदा मूल्य: 27.05 रुपयेलक्ष्य: 45 रुपयेसंभावना: 66 प्रतिशतब्रोकरेज: एमके शेयर कंपनी के लिए शानदार विकास योजनाएं और अनुकूल औद्योगिक परिदृश्य सकारात्मक है। कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी बल्लारपुर पेपर होल्डिंग (बीपीएच) में 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी तकरीबन 700 करोड़ रुपये में बेची है। इसने बीपीएच के लिए 1600 करोड़ रुपये के पूंजीगत […]
सेंसेक्स चढ़ा लेकिन एनएवी गिरता रहा?
मेरा म्युचुअल फंड निवेश मुख्यत: इक्विटी योजनाओं में है। मैंने गौर किया है कि जब सेंसेक्स ऊपर की ओर चलता है तो अधिकतर कई फंडों के एनएवी (शुध्द परिसंपत्ति मूल्य) में कमी देखी जाती है। मेरा डर यह है कि क्या फंड प्रबंधकों के शुल्क संभावित प्रतिफलों को चट कर जा रहे हैं? जब सेंसेक्स […]
ऑटो फंडों के प्रदर्शन की निकली हवा
भारतीय म्युचुअल फंडों की दुनिया में 30 से अधिक फंड-वर्ग हैं। अधिकांश फंड वर्गों में कई म्युचुअल फंड कंपनियां शामिल हैं लेकिन एक वर्ग ऐसा है जिसमें केवल दो ही फंड हैं। यूटीआई ऑटो और जे एम ऑटो सेक्टर फंड भारत में दो सेक्टर आधारित फंड हैं। और इन फंडों में कंपनियों की कमी आधारहीन […]
महानगरों में महंगाई की मार, कीमतें 40 प्रतिशत के पार
देश के चार महानगरों में गरीबों और मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए जीवन का संघर्ष और कठिन हो गया है क्योंकि रोजमर्रा के सामान और दूध की कीमत पिछले एक साल में 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा तैयार 14 आवश्यक वस्तुओं की रिटेल कीमत के विश्लेषण से […]
एथनॉल से घटेगा माइलेज
भारत की 10 करोड़ से अधिक गाडियों में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल के अनिवार्य इस्तेमाल का पालन करना तकनीकी परिवर्तन किए बगैर मुश्किल हो सकता है। भारत सरकार अक्टूबर से पेट्रोल में 5 प्रतिशत एथनॉल के बदले 10 प्रतिशत एथनॉल के प्रयोग को आवश्यक करने की योजना बना रही है।ऑटोमोबाइल उद्योग के एक अधिकारी […]
वादे तो टूट जाते हैं
एक आधिकारिक दस्तावेज की बात अगर माने तो संप्रग सरकार आश्वासन देने में जितनी जल्दी दिखाती है उसे पूरा करने में उतनी ही सुस्ती दिखाती है। वर्ष 2007 में लोक सभा में दिए गए आश्वासनों में से केवल 14 प्रतिशत को ही वह पूरा कर पाई है।सरकार की विफलता की यही तस्वीर राज्य सभा की […]
वादे तो टूट जाते हैं
एक आधिकारिक दस्तावेज की बात अगर माने तो संप्रग सरकार आश्वासन देने में जितनी जल्दी दिखाती है उसे पूरा करने में उतनी ही सुस्ती दिखाती है। वर्ष 2007 में लोक सभा में दिए गए आश्वासनों में से केवल 14 प्रतिशत को ही वह पूरा कर पाई है।सरकार की विफलता की यही तस्वीर राज्य सभा की […]
गरीबों का होगा स्वास्थ्य बीमा
केंद्र सरकार गरीबों के लिए एक स्वास्थ्य बीमा योजना बना रही है जो गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाली देश की 30 करोड़ जनसंख्या के लिए लागू होगी। नेशनल कमीशन फार एंटरप्राजेज इन द अनआर्गेनाइज्ड सेक्टर (एनसीईयूएस) की अनुशंसाओं के बाद यह योजना आकार ले रही है। योजना आयोग के एक उच्चस्तरीय […]
उर्वरक के लिए मांगी 90 हजार करोड़ की सब्सिडी
सरकार की ओर से मंहगाई रोकने के लिए किए गए विभिन्न राजकोषीय उपायों से पहले ही राजस्व घाटा झेल रहे उर्वरक क्षेत्र के लिए केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री राम विलास पासवान ने 90,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी मांगी है जो पूर्व वर्ष के मुकाबले तीन गुना है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भेजे पत्र में […]
