भारत-अमेरिका बॉन्ड यील्ड में अंतर 17 साल में सबसे कम
घरेलू बॉन्ड बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को आकर्षित करने का भारत का प्रयास नाकाम भी हो सकता है क्योंकि क्योंकि भारत और अमेरिका की बॉन्ड यील्ड में अंतर काफी कम हो गया है। भारत के 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड और अमेरिका के 10 वर्षीय बॉन्ड की यील्ड में अंतर पिछले 17 साल में सबसे […]
कच्चे तेल में तेजी से देसी कंपनियों के मार्जिन पर दबाव
कच्चे तेल की कीमतों में हाल में आई तेजी देसी कंपनियों पर भारी पड़ सकती है और पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान मुनाफा मार्जिन में हुआ फायदा साफ कर सकती है। तेल की कीमतें तब उछली हैं, जब जब देश में उपभोक्ता मांग कमजोर हो रही है और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में भी नरमी दिख रही […]
अमेरिकी बॉन्ड की तुलना में Sensex से कम रिटर्न
बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स (Bse Sensex) शुक्रवार को 2.7 फीसदी के साप्ताहिक नुकसान के साथ बंद हुआ, जो एक साल का सबसे बड़ा साप्ताहिक नुकसान है। इससे पहले इंडेक्स का सबसे खराब प्रदर्शन 17 जून, 2022 को समाप्त हफ्ते के दौरान देखा गया था और तब यह 5.4 फीसदी के साप्ताहिक नुकसान के साथ बंद हुआ […]
इन 10 लार्जकैप शेयरों पर दांव होगा फायदे का सौदा!
लार्जकैप मौजूदा समय में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले कमजोर मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं और इससे वे आकर्षक बन गए हैं। कृष्ण कांत और राम प्रसाद साहू ने ब्रोकरों के सुझावों और शेयर भाव में उतार-चढ़ाव के आधार पर निफ्टी-50 या निफ्टी नेक्स्ट 50 से 10 शेयरों का चयन किया है लार्जकैप […]
आईटी उद्योग के विदेशी रेवेन्यू में तेजी
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेवा क्षेत्र की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएलटेक जैसी कंपनियां विदेशी मुद्रा अर्जित करने के मामले में लगातार सबसे स्थिर कंपनियों के रूप में सामने आई हैं। वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 23) में पहली बार संयुक्त रूप से उनका विदेशी मुद्रा राजस्व सूचीबद्ध तेल और गैस कंपनियों के साथ-साथ […]
कंपनियों के Capex में आई कमी, लगातार दूसरी तिमाही में घटा कॉरपोरेट निवेश
भारत के कॉरपोरेट क्षेत्र (सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम समेत) ने निवेश और पूंजीगत खर्च में नरमी दर्ज की है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के आंकड़े के अनुसार वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जून अविध में कॉरपोरेट निवेश लगातार दूसरी तिमाही में घट गया। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के निखिल गुप्ता और तनीषा लाढा ने देश में […]
उद्योग जगत को अब भी आयात का सहारा
भारतीय कंपनी जगत इनपुट के लिए काफी हद तक आयात पर निर्भर बना हुआ है। सूचीबद्ध भारतीय फर्मों ने वस्तुओं और सेवाओं के आयात के लिए पिछले साल की तुलना में 35.5 प्रतिशत अधिक विदेशी मुद्रा राजस्व खर्च किया है, जबकि वित्त वर्ष 23 में इन कंपनियों ने शुद्ध बिक्री में पिछले साल के मुकाबले […]
नॉमिनल जीडीपी की रफ्तार घटी मगर वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में फर्राटा भर गया GDP
देश की मुख्य आर्थिक वृद्धि या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में अप्रैल-जून 2022 की तुलना में 7.8 फीसदी बढ़ा है। ये आंकड़े 2011-12 की स्थिर कीमत पर निकाले गए हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office- NSO) के अनुमान के अनुमार यह पिछली चार तिमाही में सबसे तेज जीडीपी […]
ट्रेंट के शेयर की बढ़ रही चमक, DMart को छोड़ा पीछे
टाटा समूह की फैशन रिटेलर ट्रेंट अब शेयर बाजारों पर पसंदीदा रिटेल शेयरों में से एक है। यह एवेन्यू सुपरमार्ट्स (डीमार्ट) के मुकाबले ज्यादा पसंदीदा शेयर बन गया है। डीमार्ट मार्च 2017 में अपने आईपीओ के बाद से पांच साल से ज्यादा समय तक इस सेगमेंट में बेहद पसंदीदा शेयर रहा था। पिछले एक साल […]
Tata Sons की लाभांश आय का इस्तेमाल, बट्टे खाते, घाटे वाली फर्मों में निवेश
समूह की कंपनियों से लाभांश आय के मामले में पिछला दशक टाटा संस के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद रहा। नियंत्रक कंपनी ने वर्ष 2013-14 के बाद से समूह की कंपनियों द्वारा शेयरों की पुनर्खरीद के जरिये आय और लाभांश के रूप में संयुक्त रूप से 1.78 लाख करोड़ रुपया कमाया। यह राशि देश के निजी […]









