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लेखक : सुनीता नारायण

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: वायनाड आपदा, बदलें पर्यावरण संरक्षण तरीका

केरल के वायनाड जिले में भयावह भूस्खलन की घटना से मची तबाही के लिए आखिर कौन और क्या चीजें जिम्मेदार है? इस घटना में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। यह प्रश्न महत्त्वपूर्ण है, भले ही इस आपदा को हुए कई सप्ताह बीत चुके हैं और अब हमारा ध्यान भी दूसरी विनाशकारी आपदाओं की […]

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हो सार्थक पहल, तैयारियों के बीच असल समस्या पर किसी का ध्यान ही नहीं

वायु प्रदूषण की समस्या अब घातक हो चुकी है। अब यह बहस का मुद्दा भी नहीं है। हम लोगों में से अधिकांश लोग जो गैस चैंबर जैसे शहरों में जी रहे हैं, उन्हें मालूम है कि सांस लेने के लिए यह हवा सही नहीं है। लेकिन हम इसके बारे में क्या कर रहे हैं? यहीं […]

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: जलवायु परिवर्तन- जीवन और मौत का सवाल?

हम यह जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर भी पड़ता है जिससे लोगों की जिंदगी और आजीविका के साधन दोनों ही प्रभावित होते हैं। लेकिन हम इस बात पर पर्याप्त चर्चा नहीं करते हैं कि मौसम के ये चरम स्तर लोगों के स्वास्थ्य को किस तरह प्रभावित करते हैं। इस निराशाजनक दौर […]

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: जलवायु परिवर्तन के दौर में सरकार का एजेंडा

देश में एक बार फिर पांच साल के लिए नई सरकार का गठन हो गया है। मेरी नजर में इस सरकार का एजेंडा वही पुराना है लेकिन इसमें एक बुनियादी अंतर है। यह एजेंडा देश के विकास और जलवायु परिवर्तन (Climate change) के दौर को देखते हुए होना चाहिए। एक तथ्य यह भी है कि […]

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जमीनी हकीकत: अर्थव्यवस्था भले हो नई, आदतें वही पुरानी

दुनिया तेजी से हरित अर्थव्यवस्था (Green Economy) की ओर बढ़ रही है। अब यह सौर और पवन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा की तरफ बढ़ रही है, ताकि ऊर्जा प्रणाली से कोयला और गैस को हटाया जा सके; इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ रही है ताकि परिवहन से तेल की जरूरत को खत्म किया जाए; हाइड्रोजन की […]

आज का अखबार, लेख

कल आपके शहर की भी हो सकती है बेंगलूरु जैसी हालत

कुछ साल पहले बेंगलूरु में ‘इक्सक्रीटा मैटर्स’ पर हमारी रिपोर्ट जारी करते समय, मैं शहर के जल और गंदे नाली के पानी का प्रबंधन करने वालों के साथ एक जोश से भरी चर्चा में शामिल हुई थी। इस चर्चा का मुद्दा शहर में जल प्रबंधन का ढांचा था जो हमारे शोध के अनुसार किफायती और […]

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: कृषि क्षेत्र में तौर-तरीके बदलने की आवश्यकता

दुनिया की कृषि व्यवस्था में बुनियादी स्तर पर कुछ न कुछ कमी है। जब आप यूरोप के आर्थिक रूप से संपन्न किसानों की तस्वीरें और भारत में अपनी नाराजगी सरकार तक पहुंचाने के लिए ट्रैक्टरों के साथ सड़क जाम करते किसानों को देखते हैं तो खामियों की बात साफ हो जाती है। वास्तविकता यह है […]

आज का अखबार, लेख

जमीनी हकीकत: मौजूदा दौर में कितने कारगर व्यापार नियम

वर्ष 2024 में अलग तरह के वैश्वीकरण के लिए व्यापार नियमों में बदलाव करना होगा। यह ग्लोबल साउथ यानी विकासशहल देशों की अर्थव्यवस्थाओं और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। काफी अरसा पहले जब विश्व में संभावित जलवायु संकट को लेकर बहस छिड़ी हुई थी, उसी समय नए व्यापार समझौतों के […]

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जमीनी हकीकत: ATM- खेती और आय से जुड़ा अनूठा प्रयोग

मैं अत्यधिक धूप और गर्मी वाले इलाके में खड़ी हूं और जहां तक मेरी नजर जा रही है, बंजर और उजाड़ इलाका नजर आ रहा है। यह आंध्रप्रदेश का अनंतपुरमु जिला है जहां इस वर्ष सामान्य से कम बारिश हुई और किसान बोवाई नहीं कर सके। परंतु जब मैं देखती हूं तो मुझे फसल उगती […]

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जमीनी हकीकत: कॉप28….कथानक में बदलाव की जरूरत

जिस समय मैं यह आलेख लिख रही हूं, इस वर्ष दुबई में आयोजित कॉप-28 अर्थात जलवायु सम्मेलन अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। यह सम्मेलन ऐसे वक्त पर हो रहा है जब दुनिया पहले से अधिक विभाजित है। एक ओर जहां दुनिया में दो भीषण जंग छिड़ी हुई हैं, वहीं अतिरंजित मौसम की घटनाएं […]

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