उत्पादक क्षेत्रों में अपर्याप्त बारिश की खबरों के बीच हाजिर बाजार में सीमित आपूर्ति के चलते मंगलवार के शुरुआती कारोबार के दौरान हल्दी की कीमत रेकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गयी। जानकारों के मुताबिक, कीमतें बढ़ने के पीछे कम बारिश के चलते मौजूदा वित्तीय वर्ष में हल्दी के रकबे में कमी होने का भय है। अगस्त […]
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कर्नाटक के काफी उत्पादक क्षेत्रों में बारिश के नदारद रहने से कॉफी का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है। राज्य के कोडागु, हासन और चिकमंगलूर जिले कॉफी उत्पादन के काफी मशहूर हैं। सामान्यत: जून और जुलाई के महीने में यहां मानसून जमकर बारिश कराता है, लेकिन इस साल ऐसी स्थिति नहीं है। […]
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फॉरवर्ड मार्केट कमीशन की ओर से एमएमटीसी और इंडियाबुल्स के मल्टी- कमोडिटी एक्सचेंज के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद से कमोडिटी एक्सचेंज बनाने की नई जंग कॉरपोरेट घरानों में शुरू हो गई है। इसमें ताजा नाम जुड़ा है, रेलीगेयर का, जिसके प्रवर्तक मालविंदर सिंह और शिवेंदर सिंह भी इस क्षेत्र में उतरने का मन […]
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पिछले दो महीनों में यूरो के मुकाबले डॉलर में सबसे बड़ी गिरावट के बाद कच्चे तेल की कीमतों में कुछ परिवर्तन आया है। न्यू यॉर्क में कच्चे तेल की कीमतें 145 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गईं। इसके अलावा ब्राजील में तेल उद्योग से जुड़े कर्मचारी भी हड़ताल करने की बात कह रहे हैं […]
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मानसून ने बुंदेलखंड समेत सूबे के सभी किसानों को खुश कर दिया है, पर दशहरी उत्पादकों के चेहरों की हंसी छीन ली है। लगातार हो रही बारिश ने पहले दशहरी की फसल को तगड़ा नुकसान पहुंचाया और अब उन्हें बदरंग कर उसकी बिक्री को चोट पहुंचाई है। फसल के मौसम में दशहरी आम आलू के […]
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अर्थव्यवस्था की तेजी में भला कबाड़ी भी कहां पीछे रहते। जैसे जैसे उद्योग धंधे फलते फूलते जा रहे हैं, इन कबाड़ियों का रद्दी का कारोबार भी लगातार बढ़ते जा रहा है। दिल्ली में कबाड़ का थोक व्यापार करने वाले रामआसरे ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पिछले दो वर्ष में हमारा कारोबार तकरीबन दो से […]
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कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते पाम ऑयल की कीमतों में भी गिरावट आई है। गौरतलब है कि बायोफ्यूल बनाने के लिए पाम ऑयल का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है। कच्चे तेल में रेकॉर्ड तेजी के चलते जून में पाम ऑयल की कीमतों में तेजी का रुख था। दरअसल कच्चे तेल की […]
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कबाड़ियों के शहर के नाम से मशहूर कानपुर में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी कबाड़ मंडी है। यहां के कबाड़ियों का मानना है कि सरकारी सहूलियतों के बिना उन्होंने अपने कारोबार को पिछले दो सालों के भीतर ही दोगुने से ज्यादा कर लिया है। उत्तर प्रदेश में कानपुर, लोहा स्क्रेप के व्यापार का सबसे बड़ा […]
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गन्ने की बुआई क्षेत्र में कमी आने की वजह से अगले सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में गन्ने का कम उत्पादन होने के बावजूद चीनी कंपनियों को मुनाफे की कम ही आस है। इसकी वजह ये कंपनियां सरकारी नीतियों को बता रही हैं। सभी जानते हैं कि अगले साल आम चुनाव होने हैं और सरकार की नीति चीनी […]
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काफी समय से सही और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म की तलाश कर रहे दलहन कारोबारियों की मुराद अब पूरी होने जा रही है। दलहन आयात काफी जोखिम वाला काम है क्योंकि आयातकों को अधिकतर आयात उधारी पर ही करना पड़ता है। इस क्रेडिट कारोबार के चलते इन आयातकों को हर साल लाखों रुपये का चूना लग जाता […]
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