पिछले पांच साल के दौरान निवेश में करीब आधा लाख करोड़ रुपये का इजाफा होने के बावजूद भारतीय म्युचुअल फंडों में प्रवासी भारतीयों (NRI) और वैश्विक निवेशकों का योगदान घटा है। बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (Amfi) के आंकड़े के विश्लेषण से पता चलता है कि इस सेगमेंट के लिए म्युचुअल […]
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भारत में ज्यादातर बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले (लार्ज-कैप) इक्विटी म्यूचुअल फंड 2022 में प्रमुख सूचकांकों को पीछे छोड़ने में विफल रहे। एसएंडपी डाउ जोंस इंडेक्स ने मंगलवार को जारी एक अध्ययन में कहा कि 88 फीसदी सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड ने 2022 में एसएंडपी बीएसई 100 से खराब प्रदर्शन किया। […]
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म्यूचुअल फंड (mutual fund) ने वित्त वर्ष 2022-23 में घरेलू शेयरों में 1.82 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया। इसमें खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी का प्रमुख योगदान रहा। इसके अलावा बाजार में सुधार के कारण मूल्यांकन आकर्षक होने के चलते भी म्यूचुअल फंड ने अपना निवेश बढ़ाया। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) के […]
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म्युचुअल फंड (MF) उद्योग ने वित्त वर्ष 2022-23 में प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (AUM) में सालाना आधार पर पांच प्रतिशत का मामूली इजाफा दर्ज किया है, जिसे सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये मजबूत प्रवाह से मदद मिली है। वित्त वर्ष 23 में उद्योग की वृद्धि वित्त वर्ष 22 के मुकाबले काफी कम रही, जब AUM में […]
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कराधान में बदलाव से डेट फंडों के प्रति घटे आकर्षण के बाद परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (AUM) अन्य तय आय वाली योजनाओं मसलन बैंकों की सावधि जमाओं की ओर जा रहे निवेश को रोकने का रास्ता तलाशने लगी हैं। उनके पास कुछ विकल्प हैं – फंडों का प्रबंधन ज्यादा सक्रियता से करना, क्रेडिट व ड्यूरेशन जोखिम […]
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म्युचुअल फंडों ने वित्त वर्ष 2023 में शेयरों में 1.73 लाख करोड़ रुपये झोंके हैं। फंडों की तरफ से यह निवेश तब आया, जब भारतीय शेयर बाजार की हालत खराब थी और विदेशी निवेशक तेजी से बिकवाली कर रहे थे। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष […]
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डीएसपी म्युचुअल फंड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रमुख (फिक्स्ड इनकम) संदीप यादव का कहना है कि चूंकि प्रतिफल में उल्लेखनीय बढ़ोतरी के आसार नहीं है, इसलिए लंबी अवधि वाले बॉन्ड खरीदने और ब्याज दरों में कटौती का इंतजार करने में ही समझदारी है। एक बातचीत में यादव ने अभिषेक कुमार को बताया कि डेट म्युचुअल फंडों […]
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लंबे समय तक निवेश निकासी और कर मोर्चे पर बुरी खबरों के बाद डेट फंडों के पास वित्त वर्ष 2023 के आखिरी हफ्ते में खुशी मनाने की कुछ वजहें थीं। वैल्यू रिसर्च के विश्लेषण से पता चलता है कि निवेशकों ने मार्च के आखिरी पांच दिनों में मध्यम से लंबी अवधि वाले डेट फंडों में […]
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भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) के लिए म्युचुअल फंड (MF) लाइट नियमन लाने पर विचार कर रहा है। ये नियमन या कायदे उन म्युचुअल फंड कंपनियों के लिए होंगे जो इस वित्त वर्ष में केवल पैसिव फंड लाएंगे। दिशानिर्देशों का मकसद एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और इंडेक्स फंड लाने वाली […]
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सात लाख करोड़ रुपये वाला वैकल्पिक निवेश फंड (AIF) उद्योग परेशानी महसूस कर रहा है, जिसकी वजह बाजार नियामक सेबी की तरफ से घोषित नियामकीय बदलाव हैं। इन बदलावों में मूल्यांकन के लिए मानकीकृत तरीका अपनाना, बिना बिके (Unliquidated) निवेश को लेकर व्यवहार, यूनिट का अनिवार्य डीमैटीरियलाइजेशन और प्रमुख कर्मियों के लिए सर्टिफिकेशन की अनिवार्यता […]
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