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रिजर्व बैंक के रघुराम राजन ने रुपये में गिरावट के लिए डॉलर की मजबूती को ठहराया जिम्मेदार

आरबीआई के हस्तक्षेप से निर्यात को हो सकता है नुकसान, रोजगार सृजन और घरेलू उपभोग पर ध्यान देने की अपील

Last Updated- January 23, 2025 | 10:37 PM IST
India needs to focus more on manufacturing, job creation: Raghuram Rajan भारत को विनिर्माण, रोजगार सृजन पर अधिक ध्यान देने की जरूरतः रघुराम राजन

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने रुपये में गिरावट के लिए पूरी तरह से अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इसमें आरबीआई का कोई भी हस्तक्षेप भारतीय निर्यात को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने साथ ही नीति निर्माताओं से अधिक नौकरियों के सृजन और घरेलू उपभोग को बढ़ावा देने पर ध्यान देने का आग्रह किया।

अमेरिकी डॉलर में वृद्धि और अन्य मुद्राओं खासकर रुपये सहित उभरते बाजारों पर इसके प्रभाव के बारे में राजन ने कहा कि डॉलर अन्य मुद्राओं की तुलना में मजबूत हो रहा है, जिसकी आंशिक वजह ट्रंप के संभावित शुल्क की घोषणा है।

भारतीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा, ‘यदि वह शुल्क लगाते हैं, तो इससे अन्य देशों से अमेरिका का आयात कम हो जाएगा तथा चालू खाता घाटा और व्यापार घाटा कम हो जाएगा। इस दृष्टिकोण से अमेरिका को कम आयात करना होगा और इसलिए डॉलर मजबूत होगा क्योंकि बाकी दुनिया में डॉलर कम होगा। तो, इसकी प्रत्यक्ष वजह यही है।’

First Published - January 23, 2025 | 10:37 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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