भारत ने एडीबी चार्टर से कर्ज की सीमा हटाने और संचालन मंडल के अनुमोदन वाले पूंजी पर्याप्तता ढांचे (CAAF) में सीमा बदलाव को लेकर एशियाई विकास बैंक (ADB) का समर्थन किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एडीबी के संचालन मंडल के पूर्ण सत्र की बैठक में गुरुवार को कहा कि विकासशील सदस्य देशों को कर्ज देने के मामले में एडीबी को नवोन्मेषी (इनोवेटिव), जोखिम आधारित रुख की संभावना टटोलने की जरूरत है और भारत इसके लिए उसे प्रोत्साहित करता रहा है।
पूंजी पर्याप्तता ढांचे को एडीबी की जोखिम उठाने की क्षमता के संरक्षण और संकट के दौरान भी कर्ज देने की क्षमता को बनाए रखने को लेकर तैयार किया गया है।
एडीबी की 56वीं सालाना बैठक में बतौर गवर्नर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं सीतारमण ने उम्मीद जताई की कि पूर्ण सत्र में खुली चर्चा से आम सहमति बनेगी और कई मुद्दों का समाधान होगा तथा बहुपक्षीय बैंक को उचित मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने एडीबी की कर्ज देने की क्षमता बढ़ाने के विषय पर अपने संबोधन में कहा, ‘भारत विकासशील सदस्य देशों (डीएमसी) को कर्ज देने को लेकर एशियाई विकास बैंक को नवोन्मेषी और जोखिम आधारित रुख की संभावना टटोलने के लिए प्रोत्साहित करता है।’
बैठक के दौरान एडीबी ने जोखिम लेने की क्षमता, ‘कॉलेबल कैपिटल’, चार्टर यानी वैधानिक कर्ज सीमा, हाइब्रिड पूंजी (इक्विटी और बॉन्ड समेत) और शेयरधारक गारंटी जैसे मुद्दों पर संचालन मंडल के मार्गदर्शन की मांग की। एडीबी पहले से बैंक के पूंजी पर्याप्तता ढांचे की समीक्षा के तहत इन पर गौर कर रहा है।
एडीबी से कर्ज लेने वाले कर्जदाताओं के बड़े पैमाने पर चूक की अप्रत्याशित घटना में एडीबी के लेनदारों मुख्य रूप से एडीबी बॉन्ड में निवेशक और एडीबी गारंटी धारकों की सुरक्षा के लिए ‘कॉलेबल कैपिटल’ की सुविधा उपलब्ध है। इससे पहले, दिन में सीतारमण ने संचालन मंडल को संबोधित करते हुए एडीबी को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
भारत में निवेश अवसरों का लाभ उठाए दक्षिण कोरिया
सीतारमण ने दक्षिण कोरिया से भारत में निवेश अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने विनिर्माण, खाद्य प्रसंस्करण और समुद्री संसाधन के क्षेत्र में निवेश अवसरों के बारे में जानकारी दी। सीतारमण ने दक्षिण कोरिया के उप-प्रधानमंत्री और अर्थव्यवस्था तथा वित्त मामलों के मंत्री चू क्यूंग-हो को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की 56वीं वार्षिक बैठक के दौरान अलग से मुलाकात के दौरान उन्हें निवेश अवसरों के बारे में बताया।