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Capital Expenditure: फरवरी में केंद्र का पूंजीगत व्यय 35% घटा

चुनावी आचार संहिता और राजस्व व्यय बढ़ने से खर्च प्रभावित, राजकोषीय घाटा जीडीपी के 4.7% तक रहने का अनुमान

Last Updated- March 29, 2025 | 4:55 AM IST
Capex

केंद्र का पूंजीगत व्यय फरवरी 2025 में सालाना आधार पर 35 प्रतिशत कम हो गया है। भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 25 में अप्रैल से फरवरी में कुल खर्च का 79.9 प्रतिशत व्यय हुआ जबकि इस अवधि का संशोधित अनुमान 85 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2025 के एक महीने पहले तक सरकार इस अवधि के 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के पूंजीगत व्यय के लक्ष्य से दूर है।

इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने बताया, ‘हमें वित्त वर्ष 25 के पूंजीगत व्यय के संशोधित अनुमान के लक्ष्य 10.2 लाख करोड़ रुपये से कम खर्च का अनुमान है। हालांकि इस कमी से विनिवेश के मोर्चे पर कमी के साथ-साथ राजस्व व्यय बढ़ने की भरपाई हो जाएगी।’

हालिया वित्त वर्ष की पहली छमाही में पूंजीगत व्यय चुनाव और आचार संहिता लागू होने से प्रभावित हुआ था। जनवरी में पूंजीगत व्यय सालाना आधार पर 51 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया था। इसमें वृद्धि का प्रमुख कारण रेलवे, राज्यों को हस्तांतरण और रक्षा खर्च के लिए पूंजीगत परिव्यय था। सरकार का राजकोषीय घाटा 13.5 लाख करोड़ रुपये था। यह वित्त वर्ष 25 की अप्रैल से फरवरी के संशोधित अनुमान का 86 प्रतिशत था और यह बीत साल की अवधि के रिकॉर्ड 15 लाख करोड़ रुपये से भी कम था।

नायर ने इंगित किया कि उच्चतर नॉमिनल जीडीपी 331 लाख करोड़ रुपये है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2025 का राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 4.7 प्रतिशत के दायरे में होगा और यह इस वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान 4.8 प्रतिशत से कम है।

वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल से फरवरी के दौरान बीते साल की तुलना में सकल कर संग्रह 11 प्रतिशत बढ़ गया। हालांकि इस अवधि में आयकर संग्रह 22 प्रतिशत बढ़ा था जबकि कॉरपोरेट कर संग्रह मात्र दो प्रतिशत बढ़ा था। कुल राजस्व प्राप्तियां वित्त वर्ष 25 के अप्रैल से फरवरी की अवधि के संशोधित अनुमान की 81.2 प्रतिशत थीं जबकि यह बीते वर्ष की इस अवधि में 82 प्रतिशत थी।

नायर ने बताया, ‘हालांकि वित्त वर्ष 2025 के संशोधित अनुमान को हासिल करने के लिए मार्च 2025 में आयकर संग्रह 6 प्रतिशत बढ़ने की जरूरत है जबकि इस महीने कॉरपोरेट कर संग्रह को 34.4 प्रतिशत की दर से तेजी से बढ़ने की जरूरत है।’वित्त वर्ष 2025 के पहले 11 महीनों में शुद्ध कर राजस्व 78.8 प्रतिशत था जबकि वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल से फरवरी की अवधि में संशोधित अनुमान 79.6 प्रतिशत था।

First Published - March 29, 2025 | 4:55 AM IST

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