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चीन, सऊदी अरब समेत टॉप-5 देशों को बढ़ा निर्यात, अमेरिका सहित इन देशों के साथ भारत के व्यापार हुए कम

भारत के चौथे सबसे बड़े निर्यात साझेदार चीन से सालाना आधार पर करीब 4 प्रतिशत बढ़कर 10.3 अरब डॉलर हो गया।

Last Updated- December 18, 2023 | 10:24 PM IST
कम शुल्क दर से बढ़ेगा निर्यातExports will increase due to lower duty rate

भारत के निर्यात में इस वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों के दौरान 2.8 प्रतिशत की गिरावट आई है लेकिन शीर्ष 10 देशों में से पांच देशों – सऊदी अरब, चीन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड को निर्यात बढ़ा है। वाणिज्य मंत्रालय के संकलित आंकड़ों के अनुसार भारत के कुल वस्तु निर्यात में इन शीर्ष 10 देशों की हिस्सेदारी 49 फीसदी से अधिक है।

भारत के तीसरे सबसे बड़े निर्यात मार्केट नीदरलैंड से अप्रैल-नवंबर के दौरान निर्यात सालाना आधार पर 9.6 प्रतिशत बढ़कर 13.5 अरब डॉलर हो गया। हालांकि नवंबर तक अलग-अलग देश-वार व्यापार के आंकड़े उपलब्ध नहीं थे। पहले सात महीने के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार निर्यात की वृद्धि को गति मुख्य तौर पर पेट्रोलियम उत्पादों सहित मशीनरी से मिली है।

भारत के चौथे सबसे बड़े निर्यात साझेदार चीन से सालाना आधार पर करीब 4 प्रतिशत बढ़कर 10.3 अरब डॉलर हो गया जबकि इस पड़ोसी देश को अप्रैल – जुलाई के दौरान निर्यात में गिरावट आई थी। हालांकि यह रुझान ऑस्ट्रेलिया के मामले में अगस्त के बाद पूरी तरह पलट गया।

ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के मामले में सकारात्मक वृद्धि क्रमश: 14.6 प्रतिशत और 13.9 प्रतिशत हुई। इन देशों को निर्यात में वृद्धि पेट्रोलियम, वस्त्र, खाद्य उत्पादों की मशीनरी सहित अन्य वस्तुओं के कारण हुआ। सऊदी अरब को अप्रैल से नवंबर के दौरान निर्यात 2.2 प्रतिशत बढ़कर 7.1 अरब डॉलर हो गया।

दूसरी तरफ, शेष पांच देशों को निर्यात गिर गया। इस क्रम में अमेरिका (-5.2 प्रतिशत), यूएई (-0.1 प्रतिशत), सिंगापुर (-1.87 प्रतिशत), बांग्लादेश (-14.1 प्रतिशत) और जर्मनी (-6.3 प्रतिशत) को निर्यात घटा था। इससे देश के कुल निर्यात में गिरावट आई।

भारत का वस्तु निर्यात नवंबर में गिरकर नकारात्मक दायरे में आ गया था जबकि इससे पिछले महीने अक्टूबर में 11 महीनों के दौरान सबसे तेज गति से बढ़ा था। इससे वैश्विक मांग और असामान्य आर्थिक सुधार का संकेत मिलता है।

First Published - December 18, 2023 | 10:24 PM IST

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