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Auto Sector Q4 Results Preview: जिसों की कीमतों में नरमी से वॉल्यूम-मार्जिन को बल

Auto Sector: शहरी और ग्रामीण इलाकों से मांग बढ़ने और लंबित ऑर्डर बुक के कारण दोपहिया में 25 से 26 फीसदी और यात्री वाहनों में 11-12 फीसदी की मजबूत वृद्धि हो सकती है।

Last Updated- April 14, 2024 | 11:25 PM IST
जिसों की कीमतों में नरमी से वॉल्यूम-मार्जिन को बल, Volume growth, softer commodity prices to drive Q4 margins of auto firms

Automobile Sector Q4 Results Preview: वाहन कंपनियों को वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के दौरान राजस्व में 14 से 15 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। बिक्री वृद्धि बेहतर होने, जिसों की कीमतों में नरमी, मूल्य वृद्धि और मुद्रा की स्थिति अनुकूल रहने के कारण ऐसा हो सकता है। कई ब्रोकरेज कंपनियों का अनुमान है कि एबिटा वृद्धि भी पिछले साल के मुकाबले 25 से 30 फीसदी रह सकती है।

शहरी और ग्रामीण इलाकों से मांग बढ़ने और लंबित ऑर्डर बुक के कारण दोपहिया में 25 से 26 फीसदी और यात्री वाहनों में 11-12 फीसदी की मजबूत वृद्धि हो सकती है।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों के अनुसार बेहतर मांग, अर्थव्यवस्था में मोटरसाइकिलों की मांग में तेजी और बेहतर वित्तीय उपलब्धता के कारण वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में घेरलू दोपहिया वाहनों में सालाना करीब 25 फीसदी मात्रात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। इस बीच लंबित ऑर्डर बुक और बेहतर मांग के कारण घरेलू यात्री वाहन उद्योग की एक साल पहले के मुकाबले 11 फीसदी की मात्रात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।

इसके इतर पाउंड और यूरो के मुकाबले रुपया के अवमूल्यन से भी इन कंपनियों की लाभप्रदता को मदद मिली है। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि जिसों की कीमतों के साथ-साथ मात्रात्मक वृद्धि से भी इन खंड के मार्जिन को बल मिला है।

प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषकों ने कहा कि पिछले साल की तुलना में वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में जिंस सूचकांक में करीब 11 फीसदी की गिरावट आई है। इससे समीक्षाधीन तिमाही और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में के दौरान भी कंपनियों के मार्जिन को बल मिलता रहेगा। प्रभुदास लीलाधर ने अपने रिसर्च नोट में लिखा है, ‘कच्चे माल की कीमतें अनुकूल हैं जबकि कंपनियों के लिए मजबूत मात्रात्मक वृद्धि के कारण परिचालन बेहतर हो सकता है।’

विश्लेषकों के अनुसार यात्री वाहन उद्योग में वृद्धि मुख्य रूप से स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) की बिक्री में वृद्धि के कारण है। एसयूवी की डिलिवरी होने से ऑर्डर बुक पूरी हो सकी है और नए मॉडलों को उतारने से भी इसमें वृद्धि हुई है।
विश्लेषकों को उम्मीद है कि मात्रात्मक बिक्री बढ़ने और उत्पाद पोर्टफोलियो में यूटिलिटी वाहनों की संख्या बढ़ने से मारुति सुजूकी का राजस्व बढ़ेगा। इससे मार्जिन बढ़ने में भी मदद मिल सकती है।

प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषकों ने कहा, ‘कंपनी के पोर्टफोलियो में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 26 फीसदी थी। यह वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में बढ़कर 36.7 फीसदी हो गई है। इससे सालाना आधार पर कंपनी का एबिटा मार्जिन 223 आधार अंक और तिमाही आधार पर 95 आधार अंक बढ़ने में मदद मिलेगी।’

मात्रात्मक वृद्धि बेहतर होने, कंपनी के पोर्टफोलियो में यूटिलिटी वाहनों की तादाद बढ़ने और से टाटा मोटर्स का राजस्व एक साल पहले की तुलना में दोहरे अंक में हो सकता है।

First Published - April 14, 2024 | 10:20 PM IST

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