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कंपनियों की जून तिमाही की आय बाजारों को करेगी निराश? जानें क्या है एक्सपर्ट्स का अनुमान

विश्लेषक सतर्क बने हुए हैं और उनका अनुमान है कि इस दौरान कंपनियों की आय बाजारों को चौंका भी सकती है।

Last Updated- July 04, 2024 | 9:44 PM IST
Editorial: Some unnatural aspects of the decline in the stock market शेयर बाजार में आई गिरावट के कुछ अस्वाभाविक पहलू

बाजारों की नजर अब आगामी बजट प्रस्तावों और जून तिमाही की कंपनियों की आय पर है (मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही)। इससे बाजारों की अगले कुछ हफ्तों की दिशा तय होगी। भारतीय कंपनी जगत जून तिमाही के वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन बताने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में कुछ विश्लेषक सतर्क बने हुए हैं और उनका अनुमान है कि इस दौरान कंपनियों की आय बाजारों को चौंका भी सकती है।

मसलन, बर्नस्टीन के विश्लेषकों का मानना है कि आय वृद्धि उतनी तेज नहीं रही जितनी बाजारों में उछाल। हालांकि इस हफ्ते एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 80,000 के पार निकल गया और कैलेंडर वर्ष 2024 में इसमें 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

उनका कहना है कि स्पष्ट विसंगति तब नजर आती है जब सेक्टर की आय में संशोधन कीमतों की चाल के उलट देखा जाता है। एनएसई 200 की बास्केट में सिर्फ 39 फीसदी की आय में पिछले तीन महीने में अपग्रेड हुआ है, लेकिन 77 फीसदी की कीमतों में सकारात्मक चाल देखी गई है।

बर्नस्टीन के प्रबंध निदेशक वेणुगोपाल गैरे ने निखिल अरेला के साथ लिखे हालिया नोट में कहा कि बेहतर आय अपग्रेड वाले सेक्टरों के शेयरों की कीमतों में बेतरतीब तेजी आई है, जिससे उम्मीद से ज्यादा मूल्यांकन का संकेत मिलता है। यह विसंगति आसानी से ज्यादातर क्षेत्रों में 30 फीसदी से ज्यादा है। वित्त वर्ष 25 की आय में पिछले तीन महीने में कोई अपग्रेड नहीं हुआ है। यहां तक कि आईटी के 50 फीसदी शेयरों में सकारात्मक रिटर्न दिखा है।

बर्नस्टीन ने कहा कि आय वृद्धि और शेयर कीमतों के बीच विसंगति स्मॉल व मिडकैप क्षेत्र में ज्यादा स्पष्ट है। पिछले तीन महीने में स्मॉल व मिडकैप यूनिवर्स में करीब 21 फीसदी व 19 फीसदी रिटर्न मिला है लेकिन आय की उम्मीदें घटी हैं।

गैरे ने कहा कि एनएसई 200 के शेयरों में अग्रणी 100 और निचले 100 में काफी ज्यादा अंतर देखा गया है जहां वित्त वर्ष 25 में अग्रणी 100 फर्मों की आय करीब एक फीसदी पर स्थिर रही, वहीं निचली 100 कंपनियों की आय में अप्रैल-मई के दौरान 2.6 फीसदी की गिरावट आई। इससे मिडकैप 150 के आधे शेयर एक साल आगे के 40 गुना या इससे ज्यादा पर कारोबार कर रहे हैं। लार्जकैप के मामले में यह आंकड़ा 41 फीसदी है।

एक्सचेंजों पर स्मॉल व मिडकैप शेयरों ने कैलेंडर वर्ष 2024 में अच्छी बढ़त दर्ज की है। वारी रीन्यूएबल टेक्नोलॉजिज, शक्ति पंप्स, कोचीन शिपयार्ड, ट्रांसफॉर्मर्स ऐंड रेक्टिफायर्स इंडिया, मोसचिप टेक, पूर्वांकरा और जीटीएल इन्फ्रा में इस अवधि में 400 फीसदी तक की उछाल दर्ज हुई है।

First Published - July 4, 2024 | 9:32 PM IST

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