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अल्पाव​धि में बढ़ेगी पेंट कंपनियों की चमक, कम लागत की मदद से मार्जिन बढ़ने की संभावना

Last Updated- May 22, 2023 | 7:05 PM IST
Avoid paint stocks as crude oil may keep margin cheer at bay: Analysts

देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध पेंट कंपनियों का जनवरी-मार्च तिमाही में प्रदर्शन बाजार अनुमानों के मुकाबले बेहतर रहा। ए​शियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स और कनसाई नैरोलैक पेंट्स ने एक साल पहले की तिमाही की तुलना में दो अंक की राजस्व वृद्धि दर्ज की है। इन कंपनियों को मजबूत बिक्री वृद्धि से मदद मिली। कच्चे माल की लागत घटने से भी पेंट कंपनियों को अपना सकल मार्जिन बढ़ाने में मदद मिली।

कनसाई नैरोलैक समेकित आधार पर अपने बड़े प्रतिस्प​र्धियों से आगे रही और पिछले साल के मुकाबले उसकी राजस्व वृद्धि 12.8 फीसदी रही। इसकी तुलना में प्रतिस्पर्धियों की वृद्धि 11.3 से 11.7 फीसदी के बीच रही। सभी सेगमेंटों में व्यापक वृद्धि हुई मगर वाहन कंपनियों द्वारा भारी उत्पादन होने के कारण कंपनी के औद्योगिक सेगमेंट में अधिक वृद्धि देखी गई। कंपनी ने इसे दर्शाया और औद्योगिक पेंट श्रेणी में बाजार की हिस्सेदारी हासिल की है।

विशेष तौर पर औद्योगिक श्रेणी में मूल्य वृद्धि, इनपुट लागत में नरमी और प्रीमियम उत्पादों पर जोर से कनसाई नैरोलैक के सकल मार्जिन में 359 आधार अंकों की वृद्धि हुई। हालांकि, तिमाही के दौरान कंपनी के प्रदर्शन को मुख्य तौर पर औद्योगिक श्रेणी से चमक मिली मगर सजावटी श्रेणी में भी कंपनी कई नए प्रीमियम उत्पादों को उतारकर खाई को पाटने की कोशिशि की। पिछले तीन वर्षों के दौरान सजावटी श्रेणी में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटी है। इसकी मौजूदा हिस्सेदारी 9 से 10 फीसदी है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने वित्त वर्ष 2024 और 2025 के लिए अपने आय अनुमान में 3 से 4 फीसदी की कटौती की है। यह पहल बाजार में तगड़ी प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए मार्केटिंग खर्च बढ़ने और सजावटी पेंट श्रेणी में अपनी बाजार हिस्सेदारी को फिर से हासिल करने के लिए अतिरिक्त खर्च के मद्देनजर की गई है।

पेंट बाजार की अग्रणी कंपनी एशियन पेंट्स ने भी सजावटी पेंट श्रेणी की मात्रात्मक बिक्री में 16 फीसदी की वृद्धि के दम पर दमदार राजस्व की उम्मीद कर रही है। मात्रात्मक बिक्री को मुख्य तौर पर शहरी एवं ग्रामीण बाजारों में मांग से सहारा मिला। इकनॉमी, प्रीमियम और लक्जरी यानी तीनों श्रेणियों में मांग दमदार रही। पिछले तीन साल की वृद्धि भी 23 से 25 फीसदी तक काफी आकर्षक रही। कच्चे माल की लागत घटने, सोर्सिंग में कुशलता और बेहतर उत्पाद मेल के कारण सकल मार्जिन में 380 आधार अंकों का सुधार हुआ। चालू तिमाही में मांग स्थिर दिख रही है और कंपनी की नजर मात्रात्मक बिक्री में दो अंकों में वृद्धि पर है।

नुवामा रिसर्च ने वित्त वर्ष 2024 और 2025 के लिए अपनी आय अनुमान में 5 से 7 फीसदी का इजाफा किया है।

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मोतीलाल ओसवाल ने अपने आय अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है मगर उसका नजरिया सतर्क का है क्योंकि पेंट श्रेणी के गुणक पहले के मुकाबले अच्छे नहीं हैं।

सजावटी पेंट श्रेणी की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बर्जर पेंट्स ने घरेलू श्रेणी में 11.1 फीसदी की वृद्धि के दम पर 11.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने सजावटी पेंट श्रेणी में 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।

कोटक सिक्योरिटीज ने कहा है कि सजावटी पेंट श्रेणी में 14 फीसदी की वृद्धि लगातार तीसरी तिमाही में एशियन पेंट्स (12.8 फीसदी) के मुकाबले अधिक रही। कंपनी आगामी तिमाहियों के दौरान मात्रात्मक बिक्री में दो अंकों में वृद्धि की उम्मीद कर रही है। इससे उसकी सकल वृद्धि में 5 फीसदी का इजाफा होगा।

इलारा कैपिटल ने उम्मीद से कम बिक्री के मद्देनजर वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने आय अनुमान में 6.5 से 7.7 फीसदी की कटौती की है।

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लघु अवधि में पेंट कारोबार का परिदृश्य अनुकूल दिख रहा है और मात्रात्मक बिक्री में इजाफा होने की उम्मीद है। इससे मार्जिन में वृद्धि हो सकती है। मगर, बाजार में नई कंपनियों के उतरने और तगड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण पुरानी सूचीबद्ध कंपनियों की चुनौतियां बढ़ेंगी।

First Published - May 22, 2023 | 7:05 PM IST

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