बीएसई ने सोमवार को देश के प्रमुख एक्सचेंज में वायदा कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सेंसेक्स और बैंकेक्स वायदा अनुबंधों ( derivative contracts) को फिर से पेश किया। बीएसई ने कहा कि वायदा अनुबंधों की इस पेशकश के तहत वायदा और विकल्पों के लॉट आकार घटे हुए होंगे। इसके अलावा सौदे समाप्त होने के नए चक्र की शुरुआत भी होगी। शेयर बाजार में हेजिंग जोखिम के चलते वायदा कारोबार को अधिक जोखिम और अधिक प्रतिफल वाला वित्तीय साधन माना जाता है।
बीएसई ने 2000 में पहली बार सेंसेक्स-30 विकल्प और वायदा पेश किया था। बीएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ सुंदररमन राममूर्ति ने सोमवार को कहा, ‘हम दो अनुबंधों- सेंसेक्स और बैंकेक्स को फिर से पेश कर रहे हैं। सेंसेक्स प्रसिद्ध बेंचमार्क और भारत की अर्थव्यवस्था का प्रतीक है।’ सेंसेक्स के लिए वायदा और विकल्प का लॉट आकार 15 से घटाकर 10 कर दिया गया है। बैंकेक्स के मामले में लॉट आकार 20 से घटाकर 15 कर दिया गया है।
कल्याण ज्वैलर्स का शुद्ध लाभ घटा :
कल्याण ज्वैलर्स इंडिया लिमिटेड का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 3.11 फीसदी की गिरावट के साथ 697.99 करोड़ रुपये रह गया, जिसका मुख्य कारण खर्च बढ़ना है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 720.40 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 3,396.42 करोड़ रुपये हो गई।