भारतीय हीरों की मांग कम होने की वजह से हीरों के कटिंग, फिनिशिंग और पैकिंग का काम कम हो गया है। नतीजतन इस वर्ष लाखों कारीगारों को काम से निकाला गया, कई बड़ी दिग्गज कंपनियों के हाथ से डायमंड ट्रेडिंग कंपनी (डीटीसी) का काम निकल गया। साल के अंतिम महीनों में लगभग 90-100 दिन पूरी […]
आगे पढ़े
इस साल की शुरुआत में ढलाई उद्योग (फाउंड्री) से जुड़े नंदकुमार अग्रवाल को बढ़िया कारोबार की उम्मीद थी। लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतता गया उनकी उम्मीदें धूमिल पड़ती गई और अब यह उद्योग गहरे संकट के दौर से गुजर रहा है। उनकी फर्म श्री जय बाबा कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, सूबे की राजधानी से 40 किलोमीटर दूर […]
आगे पढ़े
साल की अच्छी शुरुआत के बाद इसका सीधा असर कानपुर और आगरा सहित देश के तमाम चमड़ा का कारोबार करने वाले कारोबारियों पर स्पष्ट रूप से नजर आया। अमेरिका और यूरोपियन देशों से मिलने वाले निर्यात आर्डर में करीब 40 प्रतिशत की गिरावट आई है। उत्पादन घटने की वजह से इस क्षेत्र में काम करने […]
आगे पढ़े
भारतीय क्रि केट टीम ने वर्ष 2008 में लगभग हर बार बाजी मारी। लेकिन अगर हम उस शहर की बात करें जो इन्हें खेल का सामान मुहैया कराता है, तो उनके लिए साल अच्छा नहीं रहा। घरेलू से लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार तक खेल के सामान की बिक्री बेहद निराशाजनक रही। 2008 के वित्तीय वर्ष की […]
आगे पढ़े
वैश्विक मंदी की वजह से पिछले छह महीनों के दौरान कपड़ा उद्योग की कई परियोजनाओं का काम बंद हुआ है। कच्चे माल की कीमतों में जबरदस्त उछाल, बिजली की बढी दरें और मजदूरों की कमी का सामना इस उद्योग को इस वर्ष करना पड़ा। कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी […]
आगे पढ़े
खनिज भंडार से भरपूर झारखंड को आने वाले साल में नई औद्योगिक नीति मिलने की उम्मीद है। नई औद्योगिक नीति के आने से नए साल में राज्य के औद्योगिक विकास में तेजी आने की उम्मीद है। इससे राज्य के छोटे उद्यमियों को भी मदद मिलेगी। वैश्विक मंदी के कारण टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों ने उत्पादन […]
आगे पढ़े
बिहार में बाढ़ की वजह से सड़क, कृषि, लोगों की आजीविका सब प्रभावित हुई, जिसे दुरुस्त करना नए साल में भी राज्य सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। साल के उत्तरार्द्ध में मुंबई में उत्तर भारतीयों पर किए गए हमलों से पूरा बिहार जल उठा। मुंबई सहित महाराष्ट्र में रहने वाले बिहार के […]
आगे पढ़े
मध्य प्रदेश की बुनियादी नींव को मजबूत करने के लिए 2008 काफी उल्लेखनीय रहा। इस साल राज्य की बिजली, सड़क और पानी पर पहुंच और भी ज्यादा मजबूत हुई है। राज्य ने अपनी बिजली क्षमता को 6923.80 मेगावाट करने के लिए 1903 मेगावाट को पीपीपी (सार्वजनिक निजी समझौते) के तहत विकसित किया है। इसके लिए […]
आगे पढ़े
टॉलीवुड (बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री) के लिए साल 2008 काफी अच्छा- खासा रहा है। इस साल जहां लगभग 30 बांग्ला फिल्मों ने अपना खाता खोला, वहीं इन फिल्मों के बजट की रेंज भी 50 लाख से 11 करोड़ रुपये तक रही है। इस दौरान बॉडीवुड के सितारों प्रीटी जिंटा, अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान और अर्जुन […]
आगे पढ़े
सस्ते चावल और नमक के नाम पर दोबारा सत्ता हासिल करने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के सामने नए साल में सबसे बड़ी चुनौती सबके लिए दो वक्त की रोटी मुहैया कराने की है। इसके अलावा नक्सली हिंसा पर काबू पाना, खनिज संसाधनों का बेहतर प्रबंधन, उद्योगों के लिए बेहतर नीतियों का निर्माण और […]
आगे पढ़े