facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

यह सावधानी का वक्त, विस्तार का नहीं : वेम्बु

Last Updated- April 04, 2023 | 10:46 PM IST
Zoho corporation- जोहो कॉर्पोरेशन

सिलिकन वैली बैंक (एसवीबी), सिग्नेचर बैंक और क्रेडिट सुइस का हाल का पतन दुनिया के सामने आने की वजह से सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) क्षेत्र की प्रमुख जोहो कॉरपोरेशन के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी श्रीधर वेम्बु का मानना है कि मौजूदा वैश्विक मंदी अब भी शुरुआती चरण की है तथा सास उद्योग और जोहो के मामले में यह ‘सावधानी का समय है, न कि विस्तार का।’

बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ विशेष बातचीत में वेम्बु ने कहा कि उद्योग को दो बड़ी चीजों के बारे में चिंता करनी चाहिए – मौजूदा वैश्विक वित्तीय स्थिति और कृत्रिम मेधा (एआई) का विकास। वेम्बु ने कहा कि अब दो बड़ी चीजें हैं – एक वैश्विक स्थिति, जिसमें एसवीबी और क्रेडिट सुइस की विफलता शामिल है। ये सब एक तरफ हैं और दूसरा है कि एआई का विकास हो रहा है। हमें ये सब खपाने के लिए समय निकालना होगा।

उन्होंने कहा कि देखें, भविष्य के कारोबार की रूपरेखा क्या है। हम दो बड़े संकटों से निकले हैं – वर्ष 2001 में डॉटकॉम का बैठना और वर्ष 2007-09 में वैश्विक वित्तीय संकट। अनुभव बताता है कि अब यह सावधानी बरतने का समय है, विस्तार का नहीं।

यह पूछने पर कि वैश्विक संकट का भारत पर क्या असर हो सकता है, वेम्बु ने कहा कि यह मंदी काफी नई है। मुझे नहीं लगता कि हमने अभी तक बहुत कुछ देखा है। विस्तार के संबंध में वेम्बु की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब पिछले छह महीने के दौरान कंपनी ने तिरुपुर और त्रिची में दो ‘हब’ कार्यालय खोले हैं और तमिलनाडु के तिरुनेलवेली और मदुरै जिलों में तथा साथ ही एक कार्यालय उत्तर प्रदेश में खोलने की योजना है।

भारत में उद्योग में हालिया छंटनी के बारे में जोहो के संस्थापक ने कहा कि कई वर्षों से सिलिकन वैली वाले रुख के बाद भारतीय बाजार में भी इसकी संभावना थी। सिलिकन वैली के लोग आम तौर पर छंटनी करते थे। उद्योग में 15-20 साल से काम करने वाले हर शख्स की कम से कम तीन से चार बार छंटनी की गई होगी। भारत में हम इस अवधारणा के आदी नहीं हैं। इसलिए जब यह यहां आया तो लोग चौंक गए।

First Published - April 4, 2023 | 9:51 PM IST

संबंधित पोस्ट