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Mutual Fund: इस साल पैसिव निवेश में हुआ इजाफा, ETF और इंडेक्स फंड के फोलियो बढ़े

म्युचुअल फंड अ​धिकारी और वितरक पैसिव फंडों में रिटेल दिलचस्पी बढ़ने की वजह कई वर्षों से बढ़ती जागरूकता को मान रहे हैं।

Last Updated- December 27, 2024 | 9:23 PM IST
AUM growth of mutual funds remained strong amid slowdown, raised Rs 68.6 lakh crore सुस्ती के बीच मजबूत रही म्युचुअल फंडों की AUM ग्रोथ, जुटाए 68.6 लाख करोड़ रुपये

इंडेक्स फंडों और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) ने 2024 में निवेश खातों में शानदार इजाफा दर्ज किया है। सेक्टोरल और थीमेटिक निवेश के प्रति उत्साह बढ़ने से इन फोलियो में तेजी देखने को मिली। इंडेक्स फंडों में निवेश खाते या फोलियो चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान दोगुने होने की ओर हैं जबकि ईटीएफ में फोलियो पहले ही 37 प्रतिशत बढ़ चुके हैं, हालांकि दिसंबर के आंकड़े अभी बाकी हैं। नवंबर में समाप्त 11 महीनों के दौरान पैसिव निवेश खंड में प्रबंधन अधीन परिसंप​त्तियां (एयूएम) 23 प्रतिशत बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये हो गईं।

म्युचुअल फंड अ​धिकारी और वितरक पैसिव फंडों में रिटेल दिलचस्पी बढ़ने की वजह कई वर्षों से बढ़ती जागरूकता को मान रहे हैं। इसमें 2024 में फंडों की ढेर सारी पेशकशों से और ज्यादा इजाफा हो गया। टाटा ऐसेट मैनेजमेंट में मुख्य व्यावसायिक अ​धिकारी आनंद वरदराजन ने कहा, ‘कुछ वर्षों से भारत में पैसिव निवेश बढ़ा है। पिछले कुछ वर्षों में एयूएम में हुई कई गुना वृद्धि से यह जाहिर है। 2024 में इंडेक्स फंडों और ईटीएफ के माध्यम से कई नई अनूठी पेशकशों से इस निवेश की लोकप्रियता में और बढ़ोतरी हुई।’

फंडों ने इस साल नवंबर तक 116 पैसिव फंड उतारे हैं। इनमें से कई उद्योग में पहली बार शुरू किए गए हैं। इनमें पूंजी बाजार, पर्यटन, रियल एस्टेट, इलेक्ट्रिक वाहन और नए जमाने के ऑटोमोटिव क्षेत्रों के फंड शामिल हैं। ऐ​क्टिव और पैसिव दोनों प्रकार के सेक्टोरल और थीमेटिक फंडों की 2024 में ऊंची मांग देखी गई। इस श्रेणी में ऐ​क्टिव फंडों ने सबसे अधिक निवेश हासिल किया और इस वर्ष सबसे अधिक फोलियो जोड़े।

पैसिव क्षेत्र में फैक्टर-आधारित सूचकांकों पर केंद्रित खास पेशकशों ने आकर्षित किया। इनमें निफ्टी मिडस्मॉलकैप400 मोमेंटम क्वालिटी 100, निफ्टी200 अल्फा 30, निफ्टी500 मल्टीकैप मोमेंटम क्वालिटी 50 और निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर जैसे सूचकांक शामिल हैं।

मनीफ्रंट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्या​धिकारी मोहित गंग ने कहा, ‘पैसिव श्रेणी में नई पेशकशों की संख्या काफी रही है।’ उन्होंने कहा, ‘जागरूकता बढ़ रही है और कई सलाहकार अब ग्राहकों को पैसिव फंड खरीदने का सुझाव दे रहे हैं। एचएनआई और परिवार कार्यालयों समेत स्मार्ट मनी भी अब पैसिव श्रेणी की तरफ जा रहा है। पैसिव के लागत से जुड़े लाभ और ऐ​क्टिव फंडों के उतार-चढ़ाव वाले प्रदर्शन ने भी इसमें योगदान दिया।’

पैसिव पेशकशों के बढ़ते दायरे से सुनि​श्चित हुआ है कि कुछ इंडेक्स फंड प्रदर्शन चार्ट में लगातार शीर्ष पर हैं। उदाहरण के लिए निफ्टी अल्फा 50 और निफ्टी नेक्स्ट 50 इस समय लार्ज-कैप फंड के एक साल के रिटर्न चार्ट में सबसे आगे हैं। फंड का चयन करने के लिए कई निवेशक पिछला प्रदर्शन देखते हैं। जहां कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) जैसे संस्थागत निवेश प्रवाह​ ने ऐतिहासिक रूप से पैसिव फंडों की एयूएम वृद्धि को बढ़ावा दिया है, वहीं हाल में फोलियो वृद्धि से संकेत मिलता है कि रिटेल सेगमेंट में भी उनकी पैठ बढ़ रही है।

First Published - December 27, 2024 | 9:22 PM IST

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