facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

बढ़ेगा ऐपल पीसी का बाजार !

विश्लेषकों ने वर्ष 2023 में भारतीय बाजार में हिस्सेदारी बढ़ने का जताया अनुमान

Last Updated- April 11, 2023 | 10:51 PM IST
Apple PC
Creative Commons license

कैलेंडर वर्ष 23 की पहली तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर ऐपल का पीसी निर्यात 40 प्रतिशत तक की लुढ़का है। यह उस गिरावट को भी दर्शाता है, जो पीसी खंड में हाल के दिनों में देखी गई है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि भारत में ऐपल पीसी की कहानी अभी शुरू हुई है और इसमें भारतीय बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने की क्षमता है।

ऐपल भारत में कैलेंडर वर्ष 22 की चौथी तिमाही के दौरान पहली बार शीर्ष पांच पीसी कंपनियों में शामिल हुआ। बिजनेस स्टैंडर्ड ने जिस विश्लेषक से बात की, उन्होंने कहा कि हालांकि कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही में ऐपल की खेप में गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन फर्म इस साल के अंत तक अपनी बाजार हिस्सेदारी को मौजूदा पांचवें स्थान से बढ़ाकर चौथे स्थान पर ला सकती है। भारत में पीसी (पर्सनल कंप्यूटर, जिनमें लैपटॉप और डेस्कटॉप शामिल हैं) खंड में ऐपल की मौजूदगी का झुकाव मैकबुक की ओर है।

भारतीय पीसी बाजार में ऐपल की मौजूदगी प्रति तिमाही औसतन 30,000 से 50,000 के आयात के साथ हमेशा काफी कम रही है। आईडीसी इंडिया के पीसी अनुभाग के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक बी शेनॉय ने कहा कि पिछली छह से सात तिमाही में विशेष रूप से कोविड के दौरान भारतीय बाजार में ऐपल काफी आक्रामक रही। मैकबुक का आयात बढ़कर प्रति तिमाही 1,50,000 होने से ऐसा हुआ।

आईडीसी के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 तक ऐपल के पीसी आयात का औसत प्रति तिमाही लगभग 30,000 से 50,000 रहा। त्योहारी सीजन की बिक्री के दौरान यानी पिछले साल जुलाई से अक्टूबर तक ऐपल का पीसी आयात पहली बार 3,00,000 तक पहुंच गया।

शेनॉय ने कहा कि निश्चित रूप से दिसंबर तिमाही में यह 1,50,000 से कुछ कम हुआ है। हमें लगता है भले ही पहली तिमाही में स्टॉक निर्माण के कारण कुछ नरमी देखी जा सकती है, लेकिन आगे चलकर हम दूसरी और तीसरी तिमाही में मजबूती देख रहे हैं, जो संपूर्ण पीसी बाजार के लिए भी देखी जा रही है।

विश्लेषकों और उद्योग के विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में ऐपल के आक्रामक होने और अब इसके समर्पित स्टोर खोले जाने का मतलब यह होगा कि कंपनी की नजर पीसी बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पर है।

काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसंधान निदेशक तरुण पाठक ने कहा कि हमारा अनुमान है कि आगे चलकर ऐपल भारत में अपने स्मार्टफोन खंड जैसी राह पर चलेगी। हालांकि भारत स्मार्टफोन-फर्स्ट वाला देश है, लेकिन हम इसके पीसी खंड के लिए स्थिर विकास मार्ग की उम्मीद कर रहे हैं।

एक पीसी फर्म के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत में ऐपल की वाणिज्यिक खंड में कभी कोई उपस्थिति नहीं थी। उनका खरीदार वर्ग बहुत विशिष्ट है, लेकिन यह धीरे-धीरे बदल रहा है।

First Published - April 11, 2023 | 10:51 PM IST

संबंधित पोस्ट