facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

BluSmart में बड़ा उलटफेर: आर्थिक संकट से जूझ रही कंपनी के CEO समेत कई बड़े अधिकारियों ने दिया इस्तीफा

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि नंदन शर्मा को नया CEO नियुक्त किया गया है।  वह पहले वाइस-प्रेसिडेंट ऑफ बिजनेस एंड ऑपरेशंस थे।

Last Updated- March 29, 2025 | 6:23 PM IST
Bluesmart
फोटो क्रेडिट: BluSmart

BluSmart Mobility इस समय अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर करने के लिए बड़े स्तर पर पुनर्गठन कर रही है। लेकिन इस दौरान कंपनी से कई बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अनिरुद्ध अरुण, चीफ बिजनेस ऑफिसर तुषार गर्ग, चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर ऋषभ सूद और वाइस-प्रेसिडेंट ऑफ एक्सपीरियंस प्रिया चक्रवर्ती ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि नंदन शर्मा को नया CEO नियुक्त किया गया है।  वह पहले वाइस-प्रेसिडेंट ऑफ बिजनेस एंड ऑपरेशंस थे।

पुनर्गठन और फ्लीट लीजिंग व्यवस्था

BluSmart का पुनर्गठन ऐसे समय में हो रहा है, जब इसकी मूल कंपनी जेन्सोल इंजीनियरिंग अपनी मौजूदा लीज व्यवस्थाओं को खत्म करने की ओर बढ़ रही है। इस प्रक्रिया के तहत जेन्सोल 2,997 इलेक्ट्रिक वाहनों को चेन्नई की कंपनी रिफेक्स ग्रीन मोबिलिटी को बेच रही है।

ये वाहन BluSmart के कुल 8,700 EVs के बेड़े का 34 प्रतिशत हैं। इन्हें बेचने के बाद ये वाहन BluSmart को वापस लीज पर दिए जाएंगे। इसके अलावा, रिफेक्स जेन्सोल का मौजूदा 315 करोड़ रुपये का कर्ज भी अपने ऊपर लेगी। हालांकि, यह सौदा अभी रेगुलेटरी मंजूरी का इंतजार कर रहा है। इन बदलावों के बावजूद, BluSmart ने आश्वासन दिया है कि उसकी राइड-हेलिंग सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।

संचालन में चुनौतियां

नेतृत्व में ये बदलाव जेन्सोल इंजीनियरिंग के लिए एक महत्वपूर्ण समय पर आए हैं, जो हाल ही में वित्तीय परेशानियों से जूझ रही है। दो रेटिंग एजेंसियों ने कंपनी की उधारी स्थिति को डिफॉल्ट में डाउनग्रेड कर दिया है, जिससे पुनर्गठन के प्रयासों पर और दबाव बढ़ गया है।

BluSmart अभी दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु में काम कर रही है और हाल ही में इसने मुंबई में विस्तार किया है। कंपनी का कहना है कि उसका बेड़ा औसतन हर दिन सात ट्रिप पूरा करता है और इसे 50 चार्जिंग हब्स का सपोर्ट मिला है, जहां 6,300 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट्स हैं।

अपने बेड़े के विस्तार को मजबूत करने के लिए, BluSmart ने पिछले साल ‘BluSmart Assured’ लीजिंग प्रोग्राम शुरू किया था। इस पहल से बड़े निवेशक और अन्य लोग सीधे कंपनी को इलेक्ट्रिक वाहन लीज पर दे सकते हैं। अब तक इस प्रोग्राम से लगभग 1,000 EVs जुड़े हैं, जिनकी कीमत 150 करोड़ रुपये है।

आय में बढ़ोतरी

BluSmart इस समय हर महीने 70 करोड़ रुपये की आय कमा रही है, जो सालाना आधार पर 840 करोड़ रुपये की रेट के बराबर है। मार्च 2025 तक कंपनी का शुद्ध कर्ज 280 करोड़ रुपये है, जबकि कुल कर्ज 980 करोड़ रुपये है। यह जानकारी जेन्सोल ग्रुप के संस्थापक और BluSmart Mobility के सह-संस्थापक अनमोल जाग्गी ने बिजनेस स्टैंडर्ड (Business Standard) को दिए एक खास इंटरव्यू में दी थी।

First Published - March 29, 2025 | 6:22 PM IST

संबंधित पोस्ट