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Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से बढ़ सकती है मकानों की मांग !

Lok Sabha Elections 2024: संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक ने बीते दो लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए इस साल रियल एस्टेट कारोबार नये शिखर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।

Last Updated- March 21, 2024 | 3:34 PM IST
housing
Representative Image

इस बार के लोकसभा चुनाव से भी रियल एस्टेट क्षेत्र को बूम मिल सकता है। इस चुनावी साल में मकानों की बिक्री में बढ़ने की उम्मीद है। संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक ने बीते दो लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए इस साल रियल एस्टेट कारोबार नये शिखर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।

साल 2024 में रियल एस्टेट कारोबार बढ़ने की क्या है वजह?
एनारॉक के मुताबिक इस चुनावी साल में मकानों की बिक्री पीक पर पहुंच सकती है क्योंकि अधिकांश रियल एस्टेट विनियामक सुधार और मानदंड पहले से ही लागू हैं। इस बीच, आईएमएफ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने अगले कुछ वर्षों के लिए भारत के लिए मजबूत जीडीपी वृद्धि की भविष्यवाणी है। साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने का अप्रत्यक्ष रूप से रियल एस्टेट बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। वर्तमान में मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। जिससे घर खरीदारों के बीच आत्मविश्वास बढ़ा है। घर खरीदने वालों की बढ़ती मांग के आधार पर बिल्डरों ने पिछले एक साल में बड़े पैमाने पर भूमि सौदे किए हैं और उनकी अधिकांश बैलेंस शीट साफ-सुथरी हैं। एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी कहते हैं कि 2014 और 2019 में आवास बाजार के अभूतपूर्व प्रदर्शन का एक प्रमुख कारक निर्णायक चुनाव परिणाम रहे। 2019 के बाद 2020 के शुरुआत में आई कोरोना महामारी से रियल एस्टेट की वृद्धि अस्थाई रूप से थम गई। हालांकि 2021 के बाद यह क्षेत्र तेज गति से आगे बढ़ा और यह गति आज भी जारी है। पुरी ने कहा कि वर्तमान हालात 2024 में आवासीय बाजार के पक्ष में हैं और यह साल आवास की बिक्री और नए लॉन्च के मामले में रिकॉर्ड बना सकता है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद शहरों में मकानों की मांग में तेजी जारी है और मकान खरीदार रियल एस्टेट बाजार के बारे में अत्यधिक आशावादी बने हुए हैं।

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में क्या रहा रियल एस्टेट का हाल?
वर्ष 2016 व 2017 के दौरान नोटबंदी, रेरा व जीएसटी जैसे प्रमुख ढांचागत सुधार के कारण रियल एस्टेट में आवासीय क्षेत्र की हालत खराब थी। लेकिन इसके बाद जब 2019 में लोकसभा चुनाव हुए तो यह साल इस क्षेत्र के काफी अच्छा साबित हुआ। साल 2019 में करीब 2.61 लाख मकानों की बिक्री हुई। नई लॉन्चिंग के मामले में भी यह साल अच्छा रहा और इस साल करीब 2.37 लाख नये मकान लॉन्च हुए।

2014 के लोकसभा चुनाव में कैसी रही रियल एस्टेट की चाल
एनारॉक के अनुसार 2014 का लोक सभा चुनाव रियल एस्टेट कारोबार बढ़ाने वाला रहा। साल 2014 में 7 प्रमुख शहरों में करीब 3.45 लाख मकान बिके। नये मकानों की लॉन्चिंग के मामले में रिकॉर्ड बन गया। साल 2024 में 5.45 लाख नये मकानों की लॉन्चिंग हुई। जो किसी एक साल में सबसे अधिक लॉन्चिंग थी। पुरी कहते हैं कि बीते दो लोकसभा चुनावी वर्षों में मूल्य रुझानों की जांच करने पर पता चलता है कि साल 2014, 2019 से बेहतर था। प्रमुख 7 शहरों में साल 2014 में इससे पहले वाले साल की तुलना में मकान की औसत कीमत 6 फीसदी बढ़कर 5,168 रुपये वर्ग फुट हो गई। साल 2019 में यह कीमत 2018 के मुकाबले महज 1 फीसदी बढ़कर 5,588 रुपये वर्ग फुट दर्ज की गई

First Published - March 21, 2024 | 3:34 PM IST

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