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Real estate: ऑफिस, गोदाम, फैक्ट्री के दाम बढ़े, आवासीय बाजार में आई नरमी

देश के शीर्ष सात शहरों में कार्यालयों की शुद्ध खपत साल 2025 की पहली छमाही में पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत बढ़ी।

Last Updated- July 03, 2025 | 10:10 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश के वाणिज्यिक रियल एस्टेट ने कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान खपत में वृद्धि दर्ज की है, जबकि आवासीय श्रेणी के बिक्री में नरमी देखी गई है। वाणिज्यिक रियल एस्टेट में कार्यालय, औद्योगिक और गोदाम श्रेणियां शामिल हैं।

रियल एस्टेट एनालिटिक कंपनी एनारॉक के अनुसार देश के शीर्ष सात शहरों में कार्यालयों की शुद्ध खपत साल 2025 की पहली छमाही में पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत बढ़कर 2.68 करोड़ वर्ग फुट हो गई है। साल 2014 की पहली छमाही में यह 1.908 करोड़ वर्ग फुट थी।

नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) ने कार्यालय बाजार का नेतृत्व किया। कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली छमाही के कुल लेनदेन में 1.91 करोड़ वर्ग फुट के साथ इसकी हिस्सेदारी 39 प्रतिशत रही, जबकि तीसरे पक्ष की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवाओं ने 1.09 करोड़ वर्ग फुट के साथ 22 प्रतिशत की हिस्सेदारी की।

एनारॉक ग्रुप के प्रबंध निदेशक (कमर्शियल लीजिंग ऐंड एडवाइजरी) पीयूष जैन ने कहा कि कार्यालय रियल एस्टेट का बाजार साल 2025 की पहली छमाही में अपने आवासीय प्रतिस्पर्धी से आगे था। शुद्ध मांग और नए कार्यालयों के कंपलीशन दोनों में ही अधिक वृद्धि देखी गई। इसका मुख्य कारण भारत की आर्थिक शक्ति में मजबूती है।

कार्यालय श्रेणी में इस वृद्धि का नेतृत्व आईटी/आईटी सक्षम सेवाओं, कोवर्किंग, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा, परामर्श तथा ई-कॉमर्स क्षेत्रों से आने वाले जीसीसी ने किया।

नाइट फ्रैंक के अनुसार इन शीर्ष सात शहरों में बेंगलूरु इस श्रेणी के मामले में शीर्ष गंतव्य के रूप में उभरा और शहर में जीसीसी से संबंधित लीजिंग गतिविधि में 52 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी की।

जैन ने कहा, ‘विभिन्न शहरों में जीसीसी द्वारा कार्यालय की कुल लीजिंग साल 2025 में भी बढ़ती जा रही है और अमेरिका की बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां भारतीय शहरों में बड़ा स्थान पट्टे पर पर लेना जारी रखे हुए है।’

टेबल स्पेस के चेयरमैन और सह-मुख्य कार्य अधिकारी करण चोपड़ा ने इस श्रेणी में प्रबंधित कार्यक्षेत्र समाधानों के लिए स्पष्ट तरजीह देखी। चोपड़ा ने कहा, ‘यह मजबूत मांग इस बात को रेखांकित करती है कि वैश्विक कारोबार अब पैमाने, रफ्तार और निश्चितता को किस तरह प्राथमिकता दे रहे हैं तथा ऐसे साझेदारों की तलाश कर रहे हैं, जो पूंजीगत व्यय के बिना विस्तृत, उपयुक्त स्थान प्रदान कर सकें।’

फ्लेक्सिबल (फ्लेक्स) स्पेस ऑपरेटरों ने भी कैलेंडर वर्ष 25 की पहली छमाही के दौरान सालाना आधार पर 43 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी और छह महीने की अवधि के दौरान एक करोड़ वर्ग फुट से से अधिक की लीजिंग की। इनमें से कुल फ्लेक्स स्पेस खपत में कोवर्किंग स्पेस का हिस्सा 76 प्रतिशत रहा।

इस बीच, सैविल्स इंडिया के अनुसार औद्योगिक और वेयरहाउसिंग श्रेणी ने कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली छमाही में 3.4 करोड़ वर्ग फुट की खपत दर्ज की, जो साल 2024 की पहली छमाही की 2.73 करोड़ वर्ग फुट की तुलना में 24.5 प्रतिशत का इजफा है।

इसके विपरीत कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली छमाही में आवासीय बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 24.32 प्रतिशत की गिरावट आई और बिक्री घटकर 1,90,000 रह गई। संपत्ति की कीमतों में उछाल तथा ऑपरेशन सिंदूर तथा ईरान-इजरायल युद्ध सहित भू-राजनीतिक तनावों के कारण ऐसा हुआ।

First Published - July 3, 2025 | 10:06 PM IST

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