facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

Tesla Layoffs: टेस्ला ने चीन में भी छंटनी की, सेल्स टीम सबसे ज्यादा प्रभावित

Tesla Layoffs: यह कटौती सेल्स में गिरावट और बढ़ते कंपटीशन के कारण की गई है।

Last Updated- April 16, 2024 | 7:27 PM IST
कहां बनेगी Tesla, Elon Musk को लुभाने के लिए राज्यों के बीच लगी होड़; तमिलनाडु ने बताया अपना प्लान, Where will Tesla be built, competition among states to woo Elon Musk; Tamil Nadu told its plan

अमेरिका के बाद चीन टेस्ला (Tesla) का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। हाल ही में कंपनी ने दुनिया भर में 10% से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है, जिसके तहत चीन के कर्मचारी भी प्रभावित हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि सेल्स विभाग सहित कई टीमों में छंटनी की गई है। यह कटौती सेल्स में गिरावट और बढ़ते कंपटीशन के कारण की गई है।

टेस्ला चीन में छंटनी कर रही है, सेल्स टीम सबसे ज्यादा प्रभावित

सूत्रों के अनुसार चीन में टेस्ला की सेल्स टीम के कुछ सदस्यों को पहले ही छंटनी के बारे में सूचित कर दिया गया है। अनुमान है कि 10% से अधिक सेल्स कर्मचारियों की नौकरी जाएगी। केवल सेल्स टीम ही नहीं, अन्य विभागों में भी कटौती हो रही है। टेस्ला चीन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। कर्मचारियों को मीडिया से बात करने से मना किया गया है।

यह कटौती ऐसे समय में हो रही है जब टेस्ला को BYD जैसी घरेलू कंपनियों से कड़े कंपटीशन का सामना करना पड़ रहा है। BYD बाजार में नए मॉडल उतार रही है जिसके चलते बाजार में ‘प्राइस वॉर’ शुरू हो गया है।

विश्लेषकों का कहना है कि साफ है कि टेस्ला पर लागत का दबाव बढ़ रहा है और यह कदम लागत में कटौती और नए मॉडल और AI तकनीकों में निवेश का नतीजा है।

टेस्ला ने इस महीने की शुरुआत में चार साल में पहली बार वैश्विक वाहन डिलीवरी में गिरावट दर्ज की थी, जो बताता है कि कंपनी मुश्किलों का सामना कर रही है। (रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

First Published - April 16, 2024 | 7:27 PM IST

संबंधित पोस्ट