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डिजिटल पेमेंट इस साल मार्च तक 12.6 फीसदी बढ़ा, RBI-DPI ने बताया क्यों हो रही जबरदस्त ग्रोथ

रिजर्व बैंक ने देश भर में डिजिटल भुगतानों की सीमा का पता लगाने के लिए एक समग्र भारतीय रिजर्व बैंक-डिजिटल भुगतान सूचकांक (RBI-DPI ) तैयार करने की घोषणा की थी।

Last Updated- July 26, 2024 | 6:10 PM IST
रिजर्व बैंक ने डिजिटल लेनदेन वैक​ल्पिक प्रमाणन ढांचे का प्रस्ताव रखा, RBI proposes new authentication mode for digital payment transactions

देश भर में डिजिटल भुगतान में 31 मार्च 2024 तक 12.6 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। ऑनलाइन लेनदेन को अपनाने को मापने वाला RBI सूचकांक में यह कहा गया।

सूचकांक मार्च 2024 के अंत में 445.5 पर रहा, जबकि सितंबर 2023 में यह 418.77 और मार्च 2023 में 395.57 पर था।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘RBI-DPI सूचकांक सभी मापदंडों पर बढ़ा है। इसका कारण देश भर में भुगतान प्रदर्शन तथा भुगतान बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’

रिजर्व बैंक ने देश भर में डिजिटल भुगतानों की सीमा का पता लगाने के लिए एक समग्र भारतीय रिजर्व बैंक-डिजिटल भुगतान सूचकांक (RBI-DPI ) तैयार करने की घोषणा की थी। इसके लिए मार्च 2018 को आधार बनाया गया था।

RBI-DPI में पांच व्यापक मानदंड शामिल हैं जो अलग-अलग समय अवधि में देश में डिजिटल भुगतान की गहराई और पैठ को मापने में सक्षम बनाते हैं। ये मानदंड आनलाइन भुगतान को सक्षम बनाने वाली व्यवस्था (भारांश 25 प्रतिशत); भुगतान अवसंरचना – मांग से जुड़े कारक (10 प्रतिशत); भुगतान अवसंरचना – आपूर्ति पक्ष कारक (15 प्रतिशत); भुगतान का कार्य-प्रदर्शन (45 प्रतिशत) और उपभोक्ता केन्द्रीयता (5 प्रतिशत) हैं। यह सूचकांक मार्च 2021 से चार महीने के अंतराल पर छमाही आधार पर प्रकाशित किया जाता है।

First Published - July 26, 2024 | 6:10 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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