facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अवध बिहारी चौधरी को विधानसभा अध्यक्ष पद से हटाया गया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक पखवाड़े पहले ‘महागठबंधन’ से अलग होकर भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौट गए थे।

Last Updated- February 12, 2024 | 3:55 PM IST
Bihar: Patna High Court canceled the increased limit of reservation, more than 50 percent quota is still available in these states बिहार: पटना हाईकोर्ट ने आरक्षण की बढ़ी सीमा को किया रद्द, इन राज्यों में अभी भी मिलता है 50 फीसदी से ज्यादा कोटा

बिहार विधानसभा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता अवध बिहारी चौधरी को सदन के अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव सोमवार को पारित कर दिया।

इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर बनाई गई अपनी नयी सरकार के लिए विश्वास मत हासिल करने के वास्ते सोमवार को विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया।

मुख्यमंत्री कुमार एक पखवाड़े पहले ‘महागठबंधन’ से अलग होकर भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौट गए थे। पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार का हिस्सा रहे राजद के नेता चौधरी ने अपनी पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था।

राजग द्वारा अध्यक्ष के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को 243 सदस्यीय विधानसभा में 125 विधायकों का समर्थन मिला, जबकि 112 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया।

इससे पहले, अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित घोषित करना चाहा, लेकिन राजद के विरोध के बाद वे संख्या की गिनती करने पर सहमत हो गए।

सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सदन द्वारा नया अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है।

First Published - February 12, 2024 | 3:55 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट