facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

विदेशी वकीलों और कानून फर्मों को BCI ने भारत में प्रैक्टिस की अनुमति दी

रिपोर्ट के मुताबिक, BCI भारत में विदेशी वकीलों और विदेशी कानून फर्मों के पंजीकरण और विनियमन के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया नियम, 2022 लेकर आया है

Last Updated- March 15, 2023 | 1:18 PM IST
Delhi HC asks govt's response over resale of tickets, blocking sites संगीत समारोहों के टिकट की अनधिकृत बिक्री के मुद्दे पर अदालत ने केंद्र से जवाब मांगा

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (Bar Council of India/ BCI) ने विदेशी वकीलों ( foreign lawyers) और कानून फर्मों (law firms) को पारस्परिक आधार पर भारत में विदेशी कानून के प्रैक्टिस की अनुमति दी है। Bar and Bench की रिपोर्ट में यह बताया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, BCI भारत में विदेशी वकीलों और विदेशी कानून फर्मों के पंजीकरण और विनियमन के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया नियम, 2022 लेकर आया है, ताकि अंतरराष्ट्रीय वकीलों और arbitration practitioners को भारत में प्रैक्टिस करने में सक्षम बनाया जा सके।

BCI ने आगे कहा है कि अगर भारत में कानूनी प्रैक्टिस प्रतिबंधित और अच्छी तरह से नियंत्रित और विनियमित तरीके से विदेशी वकीलों के लिए खोल दी जाती है तो भारत को कोई नुकसान होने की संभावना नहीं है।

बीसीआई ने कहा, “…यह भारत और विदेशों के वकीलों के लिए परस्पर लाभकारी होगा और ये नियम इस दिशा में बार काउंसिल ऑफ इंडिया का एक प्रयास है। ये नियम देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रवाह के बारे में व्यक्त की गई चिंताओं को दूर करने और भारत को अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता का केंद्र बनाने में भी मदद करेंगे… आइए हम यह सुनिश्चित करें कि भारत में कानूनी पेशे और कानूनी क्षेत्र के लिए विकास का अवसर खोया नहीं जाए।”

First Published - March 15, 2023 | 1:15 PM IST

संबंधित पोस्ट