facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

बिहार सबसे योग्य राज्य है, जिसे केंद्र से विशेष सहायता की आवशयकता है: विजय कुमार चौधरी

उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था की वास्तविक वृद्धि 15.04 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले दशक के दौरान सबसे अधिक है, लेकिन बिहार देश के सबसे गरीब राज्यों में आता है।

Last Updated- February 19, 2023 | 9:44 AM IST
Bihar

किसी भी राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिए जाने संबंधी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की हालिया टिप्पणी का जिक्र करते हुए बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शनिवार को कहा कि यह एक ऐसा कदम है, जिससे देश में राज्यों के बीच क्षेत्रीय असमानताएं बढ़ेग। उन्होंने दावा किया कि बिहार सबसे योग्य राज्य है, जिसे केंद्र से विशेष वित्तीय सहायता की आवश्यकता है।

सीतारमण की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चौधरी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने इस तरह के बयान कैसे दिए। केंद्रीय वित्त मंत्री का बयान निश्चित रूप से देश में राज्यों के बीच क्षेत्रीय असमानताओं को बढ़ाएगा।।” उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था की वास्तविक वृद्धि 15.04 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले दशक के दौरान सबसे अधिक है, लेकिन बिहार देश के सबसे गरीब राज्यों में आता है।

मंत्री ने कहा कि बिहार सबसे योग्य राज्य है, जिसे विशेष वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘नीति आयोग ने पहले स्वीकार किया था कि बिहार ने पिछले एक दशक में कई क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है, लेकिन अतीत में अपने कमजोर आधार के कारण राज्य को दूसरे राज्यों की तरह सभी पहलुओं में विकास के आंकड़े तक पहुंचने में कुछ और समय लग सकता है। यही कारण है कि हम केंद्र से विशेष सहायता की मांग कर रहे हैं। ”

First Published - February 19, 2023 | 9:44 AM IST

संबंधित पोस्ट