facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

एक हजार गांवों में बिजली गायब, सैकड़ो पेड़ उखड़े….गुजरात में तबाही के मंजर छोड़ गया Cyclone Biparjoy

तूफान से बिजली के सैंकड़ों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 1,000 से अधिक गांवों में अब भी बिजली नहीं है।

Last Updated- June 16, 2023 | 8:08 PM IST

चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ (Cyclone Biparjoy) के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने से गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी तबाही हुई है। तूफान से बिजली के सैंकड़ों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 1,000 से अधिक गांवों में अब भी बिजली नहीं है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चक्रवात के कारण राज्य में किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, जो “सबसे बड़ी उपलब्धि” है। बिपारजॉय का बांग्ला भाषा में अर्थ है आपदा।

चक्रवाती तूफान के जखौ बंदरगाह के निकट पहुंचने की प्रक्रिया गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुई और शुक्रवार को तड़के दो बजकर 30 मिनट तक चली। इस दौरान पूरे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई। चक्रवात के कारण 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश से बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ गए और समुद्र का पानी निचले इलाके के गांवों में भर गया।

Displaying 16061-pti06_16_2023_000167a.jpg

राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से अभी तक किसी के जान जाने की सूचना नहीं है। यह राज्य के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह हमारे सम्मलित प्रयासों से संभव हो सका।’’

उन्होंने कहा कि तूफान से राज्य की बिजली कंपनी पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड को भारी नुकसान हुआ है और बिजली के 5,120 खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने कहा कि कम से कम 4,600 गांवों में बिजली नहीं थी लेकिन 3,580 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 600 पेड़ उखड़ गए हैं और राज्य के तीन राजमार्गों में टूट-फूट तथा पेड़ गिरने से यातायात ठप हो गया।

तूफान से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 23 लोग घायल

चक्रवाती तूफान से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 23 लोग घायल हो गए वहीं कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। तेज बारिश के बीच भावनगर में बृहस्पतिवार को एक उफनते नाले में फंसी अपनी बकरियों को बचाते समय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चूंकि जिले में चक्रवाती तूफान का असर नहीं था इसलिए इन मौतों की गणना चक्रवात से जुड़ी घटनाओं में नहीं की गई।

उन्होंने कहा, ‘‘टूट-फूट और पेड़ गिरने के करण तीन राज्य राजमार्गों को बंद कर दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार कुल 581 पेड़ उखड़ गए हैं। नौ पक्के और 20 कच्चे घर टूट गए हैं, वहीं दो पक्के और 474 कच्चे घरों को आंशिक नुकसान हुआ है।’’

Displaying 16061-pti06_16_2023_000012b.jpg

अधिकारी ने कहा कि 65 झोपड़ियां नष्ट हो गईं हैं, सरकार चक्रवात में जिन लोगों को नुकसान पहुंचा है उन्हें मुआवजा देने के लिए आदेश तैयार कर रही है। मांडवी के पास कचा गांव में करीब 25 कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए। गांव के सरपंच राकेश गौड़ ने कहा, “हमारे यहां कल से बिजली नहीं है। लेकिन गांव में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।” उन्होंने कहा, “हमारे आश्रय गृहों में हमने पिछले चार दिनों से विभिन्न गांवों के 400 लोगों को रखा है।”

मांडवी शहर में करीब 30 पेड़ और बिजली के 20 खंभे उखड़ गए। मांडवी निवासी अब्दुल हुसैन ने कहा, “कल शाम चार बजे से हमारे यहां बिजली नहीं है। हमारे घरों के छप्पर उड़ गए और घरों में पानी भर गया।”

16061-pti06_16_2023_000184a.jpg

चक्रवात के राज्य में आगे आगे बढ़ने के साथ ही बनासकांठा और पाटन के जिलों के अधिकारी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दो जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान जताया है।

IMD ने ट्वीट किया कि गुजरात के तटीय इलाकों में पहुंचने के कुछ घंटों बाद चक्रवात की तीव्रता कम होकर ‘बेहद गंभीर’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई। चक्रवात के शाम तक कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहा कि कच्छ जिले के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा होगी।

(पीटीआई के इनपुट के साथ)

First Published - June 16, 2023 | 7:44 PM IST

संबंधित पोस्ट