facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

निजीकरण के खिलाफ सरकारी बिजली कंपनियों के कर्मचारियों की हड़ताल

Last Updated- January 03, 2023 | 8:17 PM IST
UP: All records broken in July, electricity demand reached 27,622 MW

महाराष्ट्र में तीन सरकारी बिजली कंपनियों के यूनियन ने इन कंपनियों के निजीकरण के विरोध में बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। बिजली कंपनियों की कार्य समिति महाराष्ट्र राज्य कर्मचारी, अधिकारी एवं इंजीनियर संघर्ष समिति ने हड़ताल का आह्वान किया है। मांग पूरी न हुई तो 18 जनवरी से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

हड़ताल पर जाने वाली महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महावितरण), महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महापारेषण) और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महानिर्मिति) सरकारी बिजली कंपनियां हैं। महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव कृष्ण भोईर ने कहा कि चालकों, वायरमैन, इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की 30 से अधिक यूनियन सरकारी बिजली कंपनियों के निजीकरण के प्रयास को विफल करने के लिए एक साथ आए हैं।

यह भी पढ़ें: मुंबई पर कर्नाटक के दावे पर आग बबूला हुआ महाराष्ट्र 

भोईर ने कहा कि इन कंपनियों के कर्मी पिछले दो तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं और सोमवार को 15,000 से अधिक कर्मियों ने ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। इन तीन बिजली कंपनियों के करीब 86,000 कर्मचारी, अधिकारी, इंजीनियर निजीकरण के खिलाफ बुधवार से 42,000 अनुबंधित कर्मियों एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ 72 घंटे की हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रदर्शनकारी कर्मियों की एक बड़ी मांग यह है कि अदाणी ग्रुप की सहायक कंपनी को पूर्वी मुंबई के भांडुप, ठाणे और नवी मुंबई में मुनाफा कमाने के लिए समानांतर लाइसेंस नहीं दिया जाए।

First Published - January 3, 2023 | 8:17 PM IST

संबंधित पोस्ट