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खाद-उवर्रक सब्सिडी पर सरकार की कैंची, किसानों पर पड़ सकती है महंगाई की मार

Last Updated- May 17, 2023 | 4:00 PM IST
Fertilizer price parity required for balanced and need-based usage

Fertilizer subsidy: अकारण बारिश की वजह से पहले से ही नुकसान झेल रहे किसानों को अब महंगाई का सामना करना पड़ सकता है। एक तरफ देश में जहां इस साल मानसून के 4 दिन देरी से पहुंचने की खबर है, दूसरी तरफ अब किसानों पर महंगाई की मार भी पड़ने जा रही है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में खाद और उर्वरकों पर सब्सिडी घटाने का फैसला किया गया, यानी आने वाले दिनों में खाद के दाम बढ़ सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फर्टिलाइजर्स पर दी जाने वाली सब्सिडी में कमी की गई है। डीएपी और एमओपी जैसे फर्टिलाइजर्स पर जो न्यूट्रेंड बेस्ड सब्सिडी (एनबीएस) मिलती है, उसमें कुल 35.36 प्रतिशत की कटौती की गई है। फर्टिलाइजर्स पर सब्सिडी की नई दरें अप्रैल से सितंबर की अवधि के लिए होगी।

किसानों को खाद के लिए देने पड़ेंगे ज्यादा पैसे

रिपोर्ट में फर्टिलाइजर्स पर मिलने वाली सब्सिडी की नई दरों को जानकारी दी गई है। इससे अब किसानों पर खाद की कीमत का इतना बोझ बढ़ सकता है।

नाइट्रोजन पर अब 99.27 रुपये की जगह 76.49 रुपये प्रति किलो के हिसाब से सब्सिडी मिलेगी और किसानों को 22.78 रुपये प्रति किलो का अधिक भुगतान करना पड़ेगा।

इसी तरह पोटाश पर सब्सिडी 49.94 रुपये की जगह 41.03 रुपये प्रति किलो हो जाएगी। यानी 8.91 रुपये प्रति किलो का बोझ किसानों को वहन करना होगा।

First Published - May 17, 2023 | 4:00 PM IST

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