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एक साथ 4-5 स्टार्टअप्स में कर रहा था नौकरी, फर्जी डिग्री और झूठे वादों से कैसे बनाया CEO’s को शिकार?

इंटरव्यू में चौंकाने वाला टैलेंट, लेकिन निकला 'scammer'! 5 अमेरिकी कंपनियों ने भारतीय इंजीनियर सोहम पारेख को किया एक्सपोज

Last Updated- July 03, 2025 | 12:39 PM IST
tech scam

अमेरिका के कम से कम पांच स्टार्टअप कंपनियों के सीईओ ने एक भारतीय टेक प्रोफेशनल सोहम पारेख को “scammer” यानी धोखेबाज़ बताया है। उन पर आरोप है कि वह एक साथ कई कंपनियों में काम कर रहे थे और झूठ बोलकर नौकरियां ले रहे थे। इस मुद्दे को सबसे पहले Mixpanel के को-फाउंडर और पूर्व सीईओ सुहैल दोषी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर उठाया।

एक साथ 3-4 स्टार्टअप्स में नौकरी का आरोप

सुहैल दोषी ने दावा किया कि सोहम पारेख एक साथ 3 से 4 स्टार्टअप्स में टेक्निकल रोल निभा रहे थे। दोषी ने बताया कि पारेख कुछ समय के लिए उनकी कंपनी Playground AI में भी काम पर थे, लेकिन सिर्फ एक हफ्ते में ही उन्हें निकाल दिया गया क्योंकि वह झूठ बोल रहे थे और एक साथ कई कंपनियों में नौकरी कर रहे थे। दोषी ने कहा कि उन्होंने पारेख को चेतावनी दी थी, लेकिन वह नहीं माने और अपना यह रवैया जारी रखा।

सोशल मीडिया पर डाली सीवी, बताया “90% फेक”

दोषी ने पारेख की सीवी भी X पर शेयर की, जिसमें वह कई स्टार्टअप्स जैसे Dynamo AI, Union AI, Synthesia और Alan AI में काम करते दिख रहे थे। पारेख ने अपनी डिग्री यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई से बैचलर और जॉर्जिया टेक से मास्टर्स बताई थी। दोषी ने इन डिग्रियों को “90% फर्जी” बताया और कहा कि उन्होंने पारेख से बातचीत करने की भी कोशिश की ताकि वह अपनी गलती समझ सकें, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ।

कई स्टार्टअप्स के फाउंडर्स ने किया आरोपों का समर्थन

इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और कई अन्य स्टार्टअप्स के फाउंडर्स ने भी दोषी की बातों की पुष्टि की। Fleet AI के को-फाउंडर निकोलाई ओउपरोव ने लिखा, “वह ये काम सालों से कर रहा है, हमेशा 4 से ज्यादा स्टार्टअप्स में एक साथ काम करता है।”

AIVideo के को-फाउंडर जस्टिन हार्वी ने कहा, “मैं उसे हायर करने ही वाला था, लेकिन पता चला कि वह एक स्कैम कर रहा है। इंटरव्यू में तो कमाल कर गया था।”

San Francisco स्थित Mosaic कंपनी के फाउंडर आदिश जैन ने भी कहा, “पारेख ने इंटरव्यू में अच्छा किया था, लेकिन वह झूठा है। हमारी टीम का एक महीना बर्बाद कर गया।”

Antimetal के सीईओ मैथ्यू पार्कहर्स्ट ने बताया कि सोहम पारेख उनके यहां 2022 में पहले इंजीनियरिंग हायर थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि वह कई कंपनियों में काम कर रहे हैं, तो उन्हें निकाल दिया गया।

Warp कंपनी की प्रोडक्ट हेड मिशेल लिम ने कहा कि पारेख को ट्रायल पर रखा गया था, लेकिन जब आरोप सामने आए तो उस डील को रद्द कर दिया गया।

टेक वर्ल्ड में “मूनलाइटिंग” पर फिर शुरू हुई बहस

सोहम पारेख का यह मामला सामने आने के बाद टेक इंडस्ट्री में फिर से “मूनलाइटिंग” यानी एक साथ कई कंपनियों में काम करने को लेकर बहस शुरू हो गई है। कई कंपनियों ने इस पर सख्त रुख अपनाने की बात की है।

First Published - July 3, 2025 | 12:39 PM IST

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