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इतिहास प्रेमियों को सौगात! मुंबई में बनेगा राज्य का पहला अभिलेखागार भवन, ऐतिहासिक विरासत को मिलेगा नया ठिकाना

सांस्कृतिक मामलों के मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार ने विधान परिषद में जानकारी दी कि मुंबई में महाराष्ट्र पुराभिलेख भवन बनाया जाएगा।

Last Updated- March 24, 2025 | 9:39 PM IST
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फोटो क्रेडिट: Maharashtra State Archives

Maharashtra State Archives: महाराष्ट्र सरकार राज्य की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने के लिए मुंबई में एक अभिलेखागार भवन का निर्माण करेगी। महा अभिलेखागार भवन बांद्रा (पूर्व) में 6,691 वर्ग मीटर के भूखंड पर बनाया जाएगा। महाराष्ट्र राज्य में अब तक कोई अलग महाराष्ट्र अभिलेखागार भवन नहीं है। फिलहाल ऐतिहासिक मूल्यवान दस्तावेज एलफिंस्टन कॉलेज भवन में संग्रहित हैं ।

सांस्कृतिक मामलों के मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार ने विधान परिषद में जानकारी दी कि मुंबई में महाराष्ट्र पुराभिलेख भवन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पुराभिलेख भवन बांद्रा पूर्व में 6,691 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। 1821 में स्थापित मुंबई मुख्यालय वाले डीओए के पास विभाग द्वारा संरक्षित कुल 17.5 करोड़ ऐतिहासिक दस्तावेजों में से अनुमानतः 10.5 करोड़ ऐतिहासिक दस्तावेज मुंबई में हैं।

दुनिया भर में कई जगहों पर अभिलेखागार भवन पर्यटकों, विद्वानों और शोधकर्ताओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। ऐसे स्थानों के दस्तावेज उस शहर, राज्य और देश की ऐतिहासिक पहचान को संरक्षित करते हैं। महाराष्ट्र राज्य में अब तक कोई अलग महाराष्ट्र अभिलेखागार भवन नहीं था। हालांकि, राज्य सरकार ने अब इस भवन के निर्माण के लिए बांद्रा पूर्व में भूखंड अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। सरकार ने तीन महीने के भीतर ही इस जमीन पर कब्जा ले लिया है और जल्द ही इस परियोजना को आकार देने का काम शुरू हो जाएगा।

दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेज, सरकारी राजपत्र,सरकारी अभिलेख के साथ-साथ ऐतिहासिक दस्तावेजों को यहां संरक्षित कर विद्वानों और शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार के इस निर्णय से राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को काफी बढ़ावा मिलेगा और यह इमारत इतिहास प्रेमियों और विद्वानों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन होगी।

सांस्कृतिक मामलों के विभाग के अंतर्गत कार्यरत अभिलेखागार निदेशालय (डीओए) की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। 1889 से ये बहुमूल्य अभिलेख सर कावसजी जहांगीर रेडीमनी बिल्डिंग यानी एलफिंस्टन कॉलेज में सुरक्षित रखे गए हैं। सीमित स्थान के कारण उन्नत संरक्षण पद्धतियों को अपनाने और अतिरिक्त ऐतिहासिक अभिलेखों को स्वीकार करने में चुनौतियां उत्पन्न होती हैं। समय के साथ आधुनिक संरक्षण तकनीकों और भंडारण क्षमता में वृद्धि की आवश्यकता बढ़ गई है। शेलार ने कहा कि इस अमूल्य राष्ट्रीय धरोहर के सुरक्षित संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए, तापमान और आर्द्रता नियंत्रित अभिलेखागार कक्षों के साथ एक नया महा अभिलेखागार भवन बनाया जाएगा ।

मुंबई में बनेगा भव्य राज्य सांस्कृतिक केंद्र और संग्रहालय

राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए मुंबई में एक भव्य राज्य सांस्कृतिक केंद्र और राज्य संग्रहालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित सर्वे क्रमांक 341, सिटी प्लॉट क्रमांक 629 में 14,418 वर्ग मीटर भूमि का चयन राज्य सांस्कृतिक केंद्र और संग्रहालय बनाने के लिए किया गया है। यह भूमि राजस्व विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्य विभाग को निःशुल्क हस्तांतरित की जाएगी। यहां राज्य का पहला सांस्कृतिक केंद्र और संग्रहालय बनाया जाएगा।

यह सांस्कृतिक केंद्र महाराष्ट्र के सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक होगा। इसमें एक भव्य ऑडिटोरियम, आर्ट गैलरी, अनुसंधान केंद्र और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं होंगी। यह केंद्र राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण कड़ी होगा। यह विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण होगा। यह केंद्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के लिए एक भव्य मंच के रूप में काम करेगा। राज्य संग्रहालय के माध्यम से महाराष्ट्र के इतिहास, परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा। यहां महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतों के अवशेष, खुदाई के दौरान मिली प्राचीन कलाकृतियां, हथियार, शिलालेख, ताम्रपत्र, मध्यकालीन वस्त्र, मूर्तियां, पेंटिंग और अन्य दुर्लभ ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी।

First Published - March 24, 2025 | 9:39 PM IST

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