18वीं लोक सभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो रहा है, जिसमें नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 26 जून को लोक सभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किया गया है। विपक्ष ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे की अनदेखी की है। सत्र के दौरान इस मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा है कि महताब लगातार सात बार के लोक सभा सदस्य हैं, जिससे वह इस पद के लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, जिस कारण उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है।
इससे पहले, वह 1989, 1991, 1996 और 1999 में लोक सभा के लिए चुने गए थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोक सभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब संसद भवन पहुंचेंगे और पूर्वाह्न 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू करेंगे।
कार्यवाही की शुरुआत में कुछ क्षणों के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोक सभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद, महताब लोक सभा के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन की सदस्यता की शपथ लेने का आग्रह करेंगे।
इसके बाद प्रोटेम स्पीकर, राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त अध्यक्षों की समिति को शपथ दिलाएंगे, जो 26 जून को लोक सभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक सदन की कार्यवाही चलाने में उनकी सहायता करेगी। राष्ट्रपति ने लोक सभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने में महताब की सहायता के लिए कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), टी आर बालू (द्रमुक), राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते (भाजपा) और सुदीप बंद्योपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) को नियुक्त किया है।
अध्यक्षों की समिति के बाद प्रोटेम स्पीकर मंत्रिपरिषद के सदस्यों को लोक सभा सदस्य के तौर पर शपथ दिलाएंगे। ये सदस्य अपने-अपने नाम के पहले अक्षर के क्रम में अगले दो दिनों में शपथ लेंगे। लोक सभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव बुधवार को होगा। राष्ट्रपति 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 28 जून को शुरू होगी। प्रधानमंत्री द्वारा 2 या 3 जुलाई को इस चर्चा पर अपना जवाब देने की उम्मीद है।