राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार को सोशल मीडिया पर “जान से मारने की धमकी” दी गई है। पार्टी ने शुक्रवार को यह दावा किया और कार्यकर्ताओं से हर हाल में शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले का संज्ञान लेते हुए मुंबई पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर रही है। पवार की बेटी तथा लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले के नेतृत्व में राकांपा कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई पुलिस प्रमुख विवेक फणसालकर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की। राकांपा नेताओं ने पुलिस को बताया कि पवार (82) को फेसबुक पर एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था, “उनका भी (नरेन्द्र) दाभोलकर जैसा हश्र होगा।”
अंधविश्वास के खिलाफ लड़ने वाले नरेन्द्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में सुबह की सैर के समय बाइक पर सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सुले ने धमकी भरे संदेश की तस्वीरें पुलिस के साथ साझा कीं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राकांपा प्रमुख को मिली धमकी के बारे में बताया गया है। उन्होंने कहा, “हम इसे देख रहे हैं। हमने जांच शुरू कर दी है।”
अधिकारी ने कहा कि राकांपा ने शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रतिनिधि भेजे थे। उन्होंने कहा, “पुलिस इस संबंध में दक्षिण क्षेत्र साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर रही है।”
इस बीच, राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा कि सौरव पिम्पालकर नामक व्यक्ति ने धमकी भरा संदेश भेजा था, जिसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर कहा गया है कि वह भाजपा का समर्थक है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने के बजाय किसी को भद्र तरीके से वैचारिक लड़ाई लड़नी चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने कहा कि दुष्ट नेता जानबूझकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग कर रहे हैं, वे झूठी खबरें फैलाते हैं और समाज में विभाजन पैदा करते हैं।
पार्टी के प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि “पवार साहेब” को धमकी मिलने की खबर फैलते ही, आक्रोशित राकांपा कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं से उनकी सुरक्षा के बारे में पूछने लगे। उन्होंने कहा कि राकांपा प्रमुख को मिली धमकी धर्मनिरपेक्षता के लिए धमकी है। उन्होंने कहा, “हमने अपने कार्यकर्ताओं को हर हाल में शांति बरकरार रखने का निर्देश दिया है।”