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मार्च में वेज थाली हुई महंगी मगर सस्ती हुई नॉन-वेज, आने वाले समय में क्या होगी कीमत

रेटिंग एजेंसी Crisil ने रिपोर्ट तैयार करते समय शाकाहारी थाली में रोटी, प्याज, टमाटर, चावल, आलू, दाल,दही और सलाद को शामिल किया है।

Last Updated- April 04, 2024 | 4:11 PM IST
Veg thali cost rises 11%, non-veg thali falls 2% in Sept 2024: Crisil

Vegetarian and non-veg Thali Rate in March 2024: भारत में खाने की थाली दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि घर में तैयार की गई हर शाकाहारी थाली (vegetarian thali) की कीमत मार्च में 7 फीसदी बढ़कर 27.3 रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यानी मार्च 2023 में इसी थाली की कीमत 25.5 रुपये थी।

हालांकि थाली पर बढ़ रही महंगाई का असर शाकाहारी लोगों के मुकाबले मांसाहारी लोगों को कम देखने को मिल रहा है। मार्च 2024 में मांसाहारी थाली (non-vegetarian thali) की कीमत 7 फीसदी कम हो गई है। मार्च 2023 में जहां इसकी कीमत 59.2 रुपये प्रति थाली थी, मार्च 2024 में यह घटकर 54.9 रुपये पर आ गई।

शाकाहारी और मांसाहारी थाली में क्या-क्या शामिल

अब आप सोच रहे होंगे कि इन थालियों में किन-किन चीजों को शामिल किया गया है जिससे इनकी कीमत निकलकर आई है। तो बता दें कि क्रिसिल ने रिपोर्ट तैयार करते समय शाकाहारी थाली में रोटी, प्याज, टमाटर, चावल, आलू, दाल,दही और सलाद को शामिल किया है। इसका मतलब यह है कि शाकाहारी थाली में इन सारी चीजों को मिलाकर जो एक थाली की कीमत बैठी वह मार्च 2024 में 27.3 रुपये थी।

इसी तरह मांसाहारी थाली का भी हाल है। जितने तरह के आइटम्स शाकाहारी थाली में शामिल किए गए थे, वही सारे मांसाहारी थाली में भी शामिल किए गए। फर्क बस इतना है कि इसमें चिकन (ब्रायलर) को जोड़ दिया गया है। जिसके चलते कीमत भी शाकाहारी थाली के मुकाबले बढ़कर 54.9 रुपये हो गई।

कैसे तय की गई थालियों की कीमत, क्यों महंगी थालियों की कीमत

घर में पकाई गई थाली की औसत लागत का कैलकुलेशन भारत के सभी भागों यानी उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में इनपुट कीमतों के आधार पर की जाती है। क्रिसिल की रोटी चावल रेट रिपोर्ट (Crisil’s Roti Rice Rate report) के मुताबिक, प्याज, टमाटर और आलू की कीमतें सालाना आधार पर क्रमश: 40 फीसदी, 36 फीसदी और 22 फीसदी बढ़ने की वजह से शाकाहारी थाली महंगी हो गई।

पिछले वित्तीय वर्ष ((FY23) में बाजारों में प्याज और आलू की कम सप्लाई के कारण टमाटर की कीमतों पर असर देखने को मिला। कम सप्लाई के चलते चावल की कीमतों में 14 फीसदी और दालों की कीमतों में 22 फीसदी की वृद्धि की बढ़ोतरी देखने को मिली।

मार्च में शाकाहारी थाली की कीमत फरवरी (27.4 रुपये) के मुकाबले एक फीसदी कम हो गई क्योंकि टमाटर की कीमतें 2 फीसदी गिर गईं। मार्च में मांसाहारी थाली सालाना आधार पर (YoY) सस्ती हो गई क्योंकि चिकन ब्रॉयलर की कीमतों में 16 फीसदी की गिरावट आई।

क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स (Crisil Market Intelligence and Analytics) के रिसर्च डायरेक्टर पुशन शर्मा ने कहा, ‘पिछले पांच महीनों से शाकाहारी और मांसाहारी खाने की थाली की कीमत में अंतर आ गया है।’

उन्होंने कहा, ‘जहां शाकाहारी थाली सालाना आधार पर महंगी हो गई है, वहीं मांसाहारी थाली सस्ती हुई है। अंतर इसलिए है क्योंकि अतिरिक्त आपूर्ति (excess supply) के कारण ब्रॉयलर चिकन की कीमतें गिर गई हैं।’

आने वाले समय में क्या होगी थालियों की कीमत

फरवरी के मुकाबले, ब्रॉयलर की कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण मार्च में मांसाहारी थाली की कीमत 2 फीसदी बढ़ गई। इसकी वजह यह है कि रमज़ान (Ramzan) में मुर्गे के मांस की मांग ज्यादा है और चारे की कीमतें भी बढ़ गई हैं।

शर्मा ने कहा, ‘आगे बढ़ते हुए, हम उम्मीद करते हैं कि बाजार में ताजा फसल आने से गेहूं की कीमतों में गिरावट आएगी और टमाटर की कीमतें नरम रहेंगी, लेकिन प्याज की कीमतों में निकट अवधि में कुछ मजबूती देखी जा सकती है क्योंकि रबी की फसल 20 फीसदी कम होने की संभावना है।’ उन्होंने संकेत दिया है कि थाली की कीमतें बढ़ सकती हैं।

First Published - April 4, 2024 | 4:04 PM IST

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